गौतम अडानी मिले सीएम साय से… रायपुर समेत पावर प्लांट्स में 60 हजार करोड़, सीमेंट में 5 हजार करोड़ लगाएंगे… बदले में 4 साल में प्रदेश को देंगे 10 हजार करोड़ रुपए

देश के चर्चित उद्योगपति गौतम अडानी ने रविवार को दोपहर सीएम हाउस में छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय से मुलाकात की है। गौतम अडानी ने रायपुर, कोरबा और रायगढ़ में पावर प्लांट्स के एक्सटेंशन के लिए 60 हजार करोड़ रुपए लगाने की मंशा सीएम साय के सामने जाहिर की है। इससे अडानी समूह छत्तीसगढ़ में 6120 मेगावाट अतिरिक्त बिजली देगा। इसके अलावा गौतम अडानी ने राज्य में सीमेंट प्लांट्स के विस्तार में भी 5 हजार करोड़ रुपए लगाने की बात कही है। इसके बदले में अडानी ग्रुप ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा, स्वास्थ्य तथा जनसुविधाएं जुटाने के लिए 4 साल में कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत 10 हजार करोड़ रुपए आफर किए हैं। सीएम साय ने उद्योगपति गौतम अडानी की निवेश के इन प्रस्तावों की सराहना करते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ में बनी शाल और नंदी भेंट किए हैं। सीएम ने उन्हें राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
सीएम हाउस में सीएम साय से सौजन्य भेंट के लिए पहुंचे उद्योगपति तथा अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी वहां करीब एक घंटा रहे। अडानी ने छत्तीसगढ़ में ऊर्जा और सीमेंट के क्षेत्र में 65 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की घोषणा की और कहा कि यह राशि रायपुर, कोरबा और रायगढ़ में अडानी समूह अपने पावर प्लांट्स के विस्तार में लगाई जाएगी। इन तीनों प्रोजेक्ट के जरिए राज्य की बिजली उत्पादन क्षमता 6,120 मेगावाट बढ़ जाएगी। अडानी ने यह भी बताया कि उनका समूह राज्य में सीमेंट प्लांट्स के विकास और विस्तार के लिए भी 5,000 करोड़ का निवेश करेगा। यह कदम राज्य के औद्योगिक विकास को मजबूती देगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। इसके अलावा अडानी फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अगले चार साल में छत्तीसगढ़ में 10 हजार करोड़ लगाएगा। इससे राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।
सीएम साय ने अडानी समूह की पहल को सराहा
सीएम विष्णुदेव साय ने अडानी समूह की पहल की सराहना की और इसे छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने उद्योगपति गौतम अडानी को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार हर संभव सहयोग करेगी। इससे छत्तीसगढ़ की आर्थिक और औद्योगिक स्थिति सुदृढ़ होगी, बल्कि यह छत्तीसगढ़ को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।