रायपुर से अंबिकापुर का पहला एयर-फेयर सिर्फ 999 रुपए… सीएम साय की मौजूदगी में 19 सीटर विमान को वाटर सेल्यूट

राजधानी रायपुर से अंबिकापुर गुरुवार को रेगुलर हवाई सेवा से जुड़ गया, जब सीएम विष्णुदेव साय ने रन-वे पर पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाई। अंबिकापुर के लिए 19 सीटर विमान से साथ फ्लाइट शुरू की गई और अगले कुछ समय तक यही छोटा विमान आना-जाना करेगा। पहले दिन रायपुर से अंबिकापुर का फेयर 999 रुपए पड़ा है। विमान अंबिकापुर से बिलासपुर होता हुआ आज रात ही रायपुर आकर पार्क होगा और रोज इसी तरह चलेगा। सीएम साय ने स्वामी विवेकानंद विमानतल पर इस फ्लाइट का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इस सेवा का आरंभिक किराया कम है और सुनिश्चित किया जाएगा कि यह कम ही रहे ताकि आम लोग हवाई यात्रा का लाभ उठा सकें।0
सीएम साय ने बताया कि अब अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने पर भी काम चल रहा है। छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और इको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि नया साल आने वाला है, और मैं आग्रह करता हूं कि इस नई विमान सेवा का लाभ उठाते हुए सरगुजा की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें। बता दें कि अंबिकापुर फ्लाइट के पहले यात्री सांसद चिंतामणि महाराज रहे, जिन्होंने सपत्नीक सफर किया। सीएम साय ने उन्हें बोर्डिंग पास दिया। इस अवसर पर सरगुजा क्षेत्र के विधायकों के साथ सीएम के सचिव बसवराजु, संचालक विमानन संजीव झा और विमान कंपनी के सीईओ मौजूद थे।
हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज से चलेगा
सीएम साय ने बताया कि पीएम मोदी कहा था- हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करेगा और आज वह सपना साकार हो रहा है। सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी से न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में टूरिज्म और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। राज्य सरकार ने 80 करोड़ की लागत से अंबिकापुर के एयरपोर्ट का विकास किया है l माँ महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर को थ्री-सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। यह एयरपोर्ट 72-सीटर एटीआर-72 विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है, हालांकि अभी जो विमान चल रहा है, वह काफी छोटा है।