घोषणापत्र से पहले कांग्रेस ने जारी की चार्जशीट… लोहारीडीह और बलौदाबाजार हिंसा से ओबीसी आरक्षण तक के मुद्दे

नगरीय निकाय चुनावों को लेकर प्रदेश कांग्रेस का घोषणापत्र बन रहा है, अभी स्पष्ट नहीं है कि यह कब जारी होगा, लेकिन इससे पहले पार्टी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आरोपपत्र यानी चार्जशीट रविवार को जारी कर दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज तथा टीम ने तकरीबन दो दर्जन बिंदुओं वाला आरोपपत्र जारी किया, जिसके जरिए सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया गया। कांग्रेस ने आरोपपत्र में कहा कि पिछले एक साल में सत्ताधीश मालामाल हो गए हैं, जबकि गरीब और भी गरीब हो रहा है। आरोप पत्र में कवर्धा में लोहारीडीह हिंसा, बलौदाबाजार में कलेक्टोरेट-एसपी दफ्तरों में आग तथा मोतियाबिंद आपरेशन में लोगों की आंखों की रोशनी जाने के मामले उठाए गए। इसके अलावा अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण का मुद्दा उठाते हुए इसमें कटौती करने का आरोप भी लगाया गया है।
प्रदेश कांग्रेस ने चार्जशीट में आरोप लगाया कि प्रशासन की नाकामी की वजह से लोहारीडीह में एक व्यक्ति की हत्या कर उसे पेड़ पर टांग दिया, तो एक व्यक्ति की उसके घर में आगजनी कर जलाकर मार डाला गया। इन घटनाओं को लेकर गांव के 169 से अधिक लोगों को जेल भेज दिया गया। चार्जशीट में कहा गया कि बलौदाबाजार में प्रशासन की लापरवाही के कारण पवित्र जैतखंभ में तोड़ फोड़ हुई और आरोपी नहीं पकड़े गए। इसके भीड़ ने कलेक्टर, एसपी कार्यालय जला दिया और इस मामले में सतनामी समाज और कांग्रेस नेताओं को जेल भेज दिया गया। चार्जशीट में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया गया कि पुलिस की लापरवाही से शहरी इलाकों में अपराध बढ़ गए हैं। कांग्रेस ने चार्जशीट में कहा कि उद्योगपतियों को डीजल में प्रति लीटर 6.50 रुपए की छूट दी जा रही है, जबकि आम जनता, किसान, ट्रांसपोर्टर, आटो-टेम्पो चालक और ट्रैक्टर चालक पूरी कीमत पर डीजल खरीद रहे हैं। कांग्रेस ने बिजली बिल हाफ की स्कीम खत्म करने, बिजली के दाम बढ़ाने तथा मटेरियल माफिया की लगातार मूल्यवृद्धि के कारण मकान बनाने का खर्च बेतहाशा बढ़ने का आरोप भी लगाया है। पार्टी ने कहा कि शासन 5 डिसमिल से कम के छोटे प्लाटों की रजिस्ट्री बंद करने जा रहा है, जिसका बुरा असर होगा।