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बारिश और पानी की धार से टकरा गए…कपड़े फटे, खून निकला, बेहोश हुए पर विधानसभा तक नहीं पहुंचने दिया पुलिस ने

विधानसभा घेरावः रिमझिम बारिश के बीच कांग्रेस का बड़ा शो, कोई गिरफ्तारी नहीं

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए विधानसभा घेराव का ऐलान किया और इस बहाने राजधानी रायपुर में ताकत दिखाई। सुबह से रिमझिम बारिश जारी थी, लेकिन प्रदेशभर से कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता बुधवार को सुबह रायपुर पहुंच गए और मंडी गेट के पास दोपहर तक हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गई। नेताओं के संबोधन के बाद यहां से निकले कांग्रेसियों को पुलिस ने नजदीक ही रोक लिया। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ, एनएसयूआई-युवक कांग्रेसियों ने पुलिस के कई बेरिकैड धराशायी कर दिए, तब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर न सिर्फ पानी की धार फेंकी, बल्कि धक्का देकर और लाठियां लहराकर कई जगह प्रदर्शनकारियों को पीछे कर दिया। धक्का-मुक्की के दौरान प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के कपड़े फट गए, मेयर एजाज ढेबर लगभग अचेत होकर भीड़ के बीच गिर, आकाश शर्मा के हाथों से खून निकल आया और विकास उपाध्याय भी घायल हुए। हालांकि बैरिकेड पर चढ़ने और इसे गिराने के दौरान और भी कांग्रेसियों को चोटें आईं। पार्टी नेताओं ने दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिससे चोटें आईं। इधर, पुलिस ने दावा किया कि किसी को लाठी नहीं मारी गई, सिर्फ लहराई गई हैं। काफी कोशिशों के बावजूद कांग्रेसी पंडरी से विधानसभा की ओर आगे नहीं बढ़ सके। पुलिस ने रात में स्पष्ट किया कि किसी भी आंदोलनकारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

विधानसभा घेराव के लिए पार्टी के सभी प्रमुख नेता मंडी गेट के पास मंच पर दोपहर से ही पहुंच गए थे। छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट भी इस घेराव में हिस्सा लेने के लिए आए और अपने संबोधन में कहा कि यह घेराव सरकार को नींद से जगाने का प्रयास है। उन्होंने याद दिलाया कि 2018 के बाद भूपेश बघेल प्रदेश अध्यक्ष थे और मैं राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष था, वैसी ही आक्रमकता से हमें लड़ना है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई भाजपा सरकार की लापरवाही के खिलाफ है। चाहे हमारा सिर फूटे या पैर टूटे, हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हमारे 35 विधायक सदन के अंदर लड़ेंगे और संगठन सड़क पर लड़ाई जारी रखेगा।

छत्तीसगढ़ बन गया अपराधगढ़ः डा. महंत

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू था, आज अपराधगढ़ बन गया है। अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। रायपुर के नजदीक मॉब लिंचिंग हो रही है। हत्या की 562 वारदातें, लूट की 215, महिला उत्पीड़न के 8, महिला तस्करी के 9, ठगी के 800, नकली सामग्री के 713, अपहरण के 251, हत्या के प्रयास के 443 मामले हुए हैं। यह बात विधानसभा के उत्तर में आई है। इसलिए विधानसभा घेराव को विवश होना पड़ा।

कांग्रेसियों को रास्ते में रोका गयाः भूपेश

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बस्तर, सरगुजा, दुर्ग और अन्य जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 6 महीने में कानून व्यवस्था लचर हो गई है। अपराध बहुत बढ़ गए हैं। भाजपा के नेता एफआईआर नहीं होने देते और पुलिस अधिकारियों को धमकाते है। बलौदाबाजार में कलेक्टर, एसपी कार्यालय जला दिए गए। इसमें कांग्रेसियों को परेशान किया जा रहा है।

प्रदेशभर से नेता-विधायक पहुंचे घेराव में

विधानसभा घेराव में  टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, एआईसीसी सचिव चंदन यादव, विजय जांगिड़, रविन्द्र चौबे, धनेन्द्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, डॉ. शिवकुमार डहरिया, मोहन मरकाम, अनिला भेड़िया, जयसिंह अग्रवाल, गुरू रूद्र कुमार, कवासी लखमा, उमेश पटेल, अमितेष शुक्ल तथा अटल श्रीवास्तव समेत कई विधायक एवं कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला समेत मोर्चा-संगठनों के पदाधिकारी समेत हजारों लोग उपस्थित थे।

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