बड़े मछली अफसर एक लाख रुपए की रिश्वत के साथ फंस गए एसीबी के जाल में
छत्तीसगढ़ के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के हाथ अब भ्रष्टाचार के शिकायतों पर नवा रायपुर के इंद्रावती भवन तक पहुंच गए हैं। बुधवार को दोपहर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने मछली पालन के इंद्रावती भवन स्थित डायरेक्टोरेट में ज्वाइंट डायरेक्टर देवकुमार सिंह को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तारी के तुरंत बाद एसीबी की एक टीम ज्वाइंट डायरेक्टर के घर निवास पर भी जांच के लिए पहुंची है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई। मछली पालन विभाग का दफ्तर इंद्रावती भवन में चौथी मंजिल पर है। एसीबी की बड़ी टीम ने जाल बिछाया और जेडी स्तर के अफसर को रंगे हाथों पकड़ा, लेकिन सैकड़ों अफसर-कर्मचारी से दिनभर भरी रहनेवाली इस बिल्डिंग में किसी को भनक तक नहीं लगी।
सूत्रों ने बताया कि मछलीपालन विभाग के एक इंजीनियर की विभागीय जांच चल रही है। इंजीनियर ने ज्वाइंट डायरेक्टर सिंह से मिलकर आग्रह किया था कि जांच रिपोर्ट उनके पक्ष में रहे। एसीबी के मुताबिक इसके लिए सिंह ने इंजीनियर से एक लाख रुपए मांगे थे। इंजीनियर ने एसीबी से इसकी शिकायत कर दी थी। जांच के बाद एसीबी ने शिकायत को सही पाया तथा रंगे नोटों के साथ इंजीनियर को ज्वाइंट डायरेक्टर के पास भेजा। जैसे ही इंजीनियर ने रुपए दिए, एसीबी की टीम ने छापा मारकर नोटों के साथ अफसर को अरेस्ट कर लिया। कार्रवाई के तुरंत बाद खबर इंद्रावती भवन में फैल गई और वहां खलबली मच गई थी।