मेयर ढेबर-पार्षदों का रोल खत्म होते ही प्रशासक एक्शन में… बुजुर्गों की पेंशन का हाल जानने डा. गौरव पहुंचे “व्हाइट हाउस”

रायपुर नगर निगम में मेयर एजाज ढेबर, उनकी एमआईसी और सभी 70 पार्षदों का रोल खत्म हो गया, तथा सत्ता बदलते ही प्रशासक (रायपुर कलेक्टर) डा. गौरव कुमार सिंह ने नगर निगम में मोर्चा संभाल लिया। बुधवार को सुबह साढ़े 10 बजे प्रशासक नगर निगम के मुख्यालय व्हाइट हाउस पर पहुंचे और उन सभी दफ्तरों में गए, जहां कमजोर वर्ग के लोगों तथा बुजुर्गों का आना-जाना है।
सामाजिक और निराश्रित पेंशन दफ्तर में पहुंचकर प्रशासक ने वहां मौजूद लोगों से बात की और पेंशन हासिल करने में आने वाली परेशानियों को जाना। फिर उन्होंने इस ब्रांच के अफसर-कर्मियों की वहीं क्लास शुरू कर दी और पूछा कि 31 हजार पेंशनधारी हैं और इनमें से अगर कुछ को पेंशन नहीं मिल पा रही है, तो तुरंत उसका कारण बताएं और समस्या दूर करें। इसी दौरान उन्हें एक वृद्ध महिला मिली, जो पेंशन के सिलसिले में ही आई थी। प्रशासक डा. गौरव कुमार ने उसके लिए कुर्सी मंगवाई, समस्या पूछी और अफसरों को तुरंत मदद करने निर्देश दिए। वे जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र सेक्शन में पहुंचे। इस दफ्तर का भी आम लोगों को सीधा संबंध है। उन्होंने वहां आने वालों से पूछा कि प्रमाणपत्र कितने दिन में मिलता है और क्यों रुकता है। वहां भी प्रभारी अफसरों-कर्मचारियों की क्लास लगाई गई। इसके बाद वे पीएम आवास शाखा में पहुंचे और निगम अमले को निर्देश दिए कि कोई भी आवेदन बेवजह लंबित नहीं किया जाए और लोगों को बार-बार बुलाने के बजाय एक बार बुलाकर निराकरण कर दिया जाए। वे नजूल शाखा और बाजार शाखा में भी पहुंचे तथा वहां चल रहे कार्यों की जानकारी ली। निरीक्षण दोपहर करीब 1 बजे तक चला। इस दौरान उन्होंने नगर निगम की हर शाखा के प्रभारी अधिकारी को चेताया कि आम लोगों के आवेदन बेवजह लंबित रहे, तो प्रशासन इसे गंभीरता से लेगा।