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एक्टर सैफ अली का हमलावर आकाश कनौजिया एलटीटी स्टेशन से ज्ञानेश्वरी की जनरल बोगी पर चढ़ा… सीएम साय ने गिरफ्तारी पर क्या कहा… हाईटेक इन्वेस्टिगेशन व सभी पहलुओं पर रिपोर्ट

बालीवुड एक्टर सैफ अली खान के हमलावर की तलाश में जुटी मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को लाखों फूटेज, टावर डम्प और टेक इंट के आधार पर मुंबई के लोकमान्य तिलक स्टेशन (एलटीटी) पर दो संदिग्ध युवकों की जीरोइंग कर ली थी। इनमें से दुर्ग में पकड़ा गया मुख्य संदेही आकाश कनौजिया तो था ही, एक और युवक भी था। उसे आरपीएफ ने भोपाल में पकड़ा, लेकिन मुंबई पुलिस के मुताबिक वह मुख्य संदेही नहीं है। टेक इंट के आधार पर मुंबई पुलिस के एक आला अफसर ने आरपीएफ के आला अफसर को आकाश की वीडियो फुटेज से निकली तस्वीर के आधार पर सूचना भेजी। यह भी बताया गया कि 31 साल का यह संदेही युवक एलटीटी स्टेशन से ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस पर सवार हुआ है और पूरी संभावना है कि वह जनरल बोगी में होगा, क्योंकि रिजर्वेशन नहीं है। बताया जा रहा है कि यह टेक इंट सीधा आरपीएफ के आईजी के पास आया। तब तक ट्रेन नागपुर से निकलकर दुर्ग की ओर बढ़ रही थी। इसी सूचना पर आरपीएफ ने दुर्ग स्टेशन में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की जनरल बोगियों को घेरा और तस्वीर के आधार पर 31 साल के आकाश कनौजिया को उतार लिया। उससे पूछताछ की जा रही है और यह लगभग स्पष्ट हो गया है कि सैफ अली खान पर हमलावर वही था। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने भी एक एजेंसी को दिए गए बयान में पुष्टि की है कि आरपीएफ ने सैफ अली खान के हमलावर को दुर्ग स्टेशन में पकड़ लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है और हम उसे मुंबई पुलिस को सौंप देंगे।

मुंबई पुलिस की छानबीन में यह बात आ रही है कि वह एक्टर के अपार्टमेंट में रहनेवाले किसी हाउस हेल्प के संपर्क में था। मुंबई पुलिस को शक है कि मेड के जरिए ही रात 1 बजे के बाद सैफ अली खान के घर में घुसा। अभी यह कहानी मुंबई पुलिस खोलेगी कि हमलावर मेड के जरिए सैफ अली के घर में क्यों घुसा… करीना कपूर के बयान के अनुसार उसने घर में किसी कीमती चीज को हाथ नहीं लगाया… जब सैफ अली खान अचानक सामने पहुंचे तो उसने क्यों चाकू से ताबड़तोड़ हमले किए और भाग निकला…। इस केस में मुंबई पुलिस आकाश कनौजिया तक कैसे पहुंची, यह भी बेहद हाईटेक इन्वेस्टिगेशन का एक उदाहरण है, क्योंकि उसके पास वारदात के समय मोबाइल फोन नहीं था। मुंबई पुलिस की एक टीम हमलावर के अपार्टमेंट में निकलने के बाद से वीडियो फुटेज देख-देखकर उसका पीछा करती रही। इस दौरान वह मुंबई में घूमता रहा, फिर एलटीटी स्टेशन के पास पहुंचा। वहां उसने एक दुकान से हैडफोन लिए, जिसका क्लीयर फूटेज मुंबई पुलिस को मिला। वहां से स्टेशन के बाहर-भीतर लगे कैमरों के आधार पर जीरोइंग हो गई कि संदिग्ध हमलावर यही है, जो ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से जाते हुए देखा गया है। रिजर्वेशन रिकार्ड चेक करने पर साफ हो गया कि उसने रिजर्वेशन नहीं करवाया, इसलिए पूरा फोकस जनरल बोगियों पर किया गया। दुर्ग आरपीएफ ने हमलावर को टेक-इंट के जरिए लगातार मिल रही इन्हीं सूचनाओं पर दबोच लिया।

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