एसीबी ने सौम्या को अरेस्ट कर 10 दिन की रिमांड पर लिया… ईओडब्लू कुछ आबकारी अफसरों पर कार्रवाई की तैयारी में
छत्तीसगढ़ में कथित तौर पर हुए कोयला, आबकारी तथा अन्य स्कैम और इनके जरिए कमाए गए पैसों को लेकर केंद्र और राज्य की एजेंसियों की ओर से कार्रवाई का सिलसिला जारी है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने अब पूर्व उपसचिव सौम्या चौरसिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी के आग्रह पर सौम्या को 10 दिन की रिमांड पर पूछताछ के लिए ब्यूरो को सौंप दिया गया है। सौम्या चौरसिया फिलहाल तीन मामलों में अरेस्ट हैं। कोल स्कैम में सौम्या को ईडी ने अरेस्ट किया था, वह तबसे जेल में हैं। कोल स्कैम में ही ईओडब्लू की एफआईआर में भी वह मुख्य आरोपियों में हैं। सौम्या आधा दर्जन बार उच्च अदालतों में जमानत अर्जी लगा चुकी हैं, लेकिन बेल नहीं मिली है।
इधर, बड़ी खबर यह आ रही है कि आथिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्लू) में आबकारी स्कैम में 2020 से 2023 के बीच बड़े जिले में पदस्थ कुछ आबकारी अफसरों की गिरफ्तारी की तैयारी कर ली गई है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में आबकारी विभाग के मैदानी अमले से बयान ले लिए गए हैं। कुछ के कलमबंद बयान भी करवाए गए हैं। इन बयानों के आधार पर उन अफसरों को घेरा जाने वाला है, जिनका अवैध शराब को खपाने की नीति में बहुमूल्य योगदान आया है, या फिर जिनके खिलाफ बयानों में यह बातें आई हैं कि वे शराब दुकानों के दूसरे गल्ले का कैश ट्रांसपोर्ट करने में शामिल थे। इन सभी को कुछ अरसा पहले आबकारी विभाग में हुए तबादलों में इधर से उधर किया गया था। जिनके खिलाफ बड़े एक्शन की तैयारी है, उनमें एक-दो डिप्टी कमिश्नर, इतने ही असिस्टेंट कमिश्नर और चार-पांच डीईओ स्तर के अधिकारियों के नाम आ रहे हैं। बता दें कि आबकारी स्कैम में दो तरह के मामले मुख्यतः हैं। पहला सिंडीकेट बनाकर नकली होलोग्राम तथा अन्य जरियों से की गई गड़बड़ी तथा दूसरा, सरकारी दुकानों में अवैध शराब बिक्री का दूसरा गल्ला खोलकर उसमें आए पैसों का एकत्रीकरण। ईओडब्लू की आगामी कार्रवाई इसी दूसरे तरह के स्कैम के अंतर्गत होगी। इसीलिए इसमें मंझौले स्तर के अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा, ऐसा सूत्रों का कहना है।