राजनांदगांव में बिजली गिरने से 11वीं के 6 बच्चों समेत 8 की मौत… बारिश से बचने खंडहर में गए और आसमान से टूटा कहर
सीएम साय की ओर से मृतक के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपए की मदद की घोषणा

छत्तीसगढ़ में इस साल आकाशीय बिजली ने कहर बरपा दिया है। राजनांदगांव के जोरातराई गांव से दिल दहला देने वाली खबर आई है। यहां बिजली गिरने से एक जगह इकट्ठा 11वीं कक्षा के छह बच्चों और दो ग्रामीणों की समेत 8 लोगों की जान चली गई है। इस आसमानी कहर से पूरे राजनांदगांव में सनसनी फैली हुई है। पूरा प्रशासन गांव में पहुंच गया है। अब तक मिली सूचनाओं के मुताबिक बच्चे अर्धावार्षिक परीक्षा (हाफ इयरली एग्जाम) देकर स्कूल से निकले थे, तभी मौसम खराब हुआ। बच्चों तथा ग्रामीणों ने स्कूल के पास एक खंडहर में शरण ली और वहीं बिजली गिर गई। बच्चों समेत सभी 8 की मौके पर ही मौत हो गई। पता चला है कि एक और छात्र गंभीर रूप से घायल है। कलेक्टर और एसपी समेत पूरा प्रशासन जोरतराई पहुंच गया है। गांव में मातम है, क्योंकि सभी मृतक एक ही गांव के बताए जा रहे हैं। इधर, सीएम विष्णुदेव साय ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है।
मिली जानकारी के मुताबिक बच्चे परीक्षा देकर स्कूल से निकले, उसी समय बारिश शुरू हो गई। बादल भयंकर गरज रहे थे, इसलिए पेड़ के नीचे छिपने के बजाय बच्चों तथा ग्रामीणों ने पास के ही एक खंडहरनुमा मकान में शरण ली। लगभग सभी लोग एक ही कमरे में थे और वहीं बिजली गिरी। लाखों वोल्ट का करंट आसमान से इसी मकान पर ऐसा बरसा कि कई दीवारें धराशायी हो गईं। बारिश थमने के बाद गांववालों को हादसे का पता चला तो मातम मच गया। इसी समय राजनांदगांव प्रशासन और पुलिस को भी खबर दी गई। अफसर एंबुलेंस वगैरह लेकर पहुंचे, लेकिन वहां बचाने लायक कोई नहीं था। सभी शव जिला अस्पताल भेजे गए हैं। इसी दौरान खबर आई कि एक और बच्चा गंभीर रूप से घायल है पर जीवित है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। कुछ दिन पहले बलौदाबाजार में बिजली गिरने से 8 लोगों की मृत्यु हुई थी। इस साल अब तक बिजली गिरने से 26 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।