छत्तीसगढ़ को विकास के लिए फंड की कैसी जरूरत…केंद्रीय वित्त आयोग की टीम 11 को देखने आएगी
वित्त आयोग के चेयरमैन अरविंद पनगढ़िया समेत सदस्य और अफसर 3 दिन रहेंगे

छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ा मौका यह बन रहा है कि केंद्रीय वित्त आयोग के चेयरमैन समेत पूरी टीम 11 जुलाई को रायपुर आएगी और अगले तीन दिन तक प्रदेश में विकास के लिए भविष्य में पैसों की जरूरत का आंकलन करेगी। चेयरमैन-सदस्य और अफसरों की 12 सदस्यीय यह टीम 13 जुलाई तक, यानी तीन दिन प्रदेश में रहेगी। इस दौरान सीएम विष्णुदेव साय की मौजूदगी में वित्तमंत्री ओपी चौधरी तमाम परिस्थितियों और आर्थिक जरूरतों को लेकर प्रजेंटेशन भी देंगे। वित्त आयोग का दौरा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसकी अनुशंसा पर केंद्र सरकार आने वाले दिनों में कुछ बड़े प्रोजेक्ट के लिए अलग से फंड भी रिलीज कर सकती है।
अधिकृत सूत्रों के अनुसार 16वें केंद्रीय वित्त आयोग के चेयरमैन पनगढ़िया के नेतृत्व में आयोग के चारों सदस्य अजय नारायण झा, एनी जार्ज मैथ्यू, मनोज कुमार पांडेय और डा सौम्यकांति घोष आएंगे। 12 सदस्यों वाले प्रतिनिधिमंडल में इनके अतिरिक्त आयोग के सचिव रित्विक रंजनम पांडेय, संयुक्त सचिव कमल कुमार मिश्रा, संयुक्त संचालक राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी भी 11 जुलाई को रायपुर आएंगे। सूत्रों के अनुसार उसी दिन सीएम साय तथा सभी मंत्रियों की मौजूदगी में आयोग के समक्ष छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री चौधरी प्रजेंटेशन देंगे। इस प्रजेंटेशन में आयोग को बताया जाएगा कि राज्य की आर्थिक, वित्तीय, अधोसंरचना विकास तथा फंड की अन्य जरूरतें क्या हैं। यह भी कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद यहां आर्थिक तौर पर कैसी परिस्थितियां बनी हैं। जरूरी बात यह होगी कि मंत्री चौधरी छत्तीसगढ़ की आने वाली आर्थिक जरूरतों पर भी बात करेंगे। छत्तीसगढ़ शासन की ओर से सीएम साय आयोग के सामने विभिन्न प्रोजेक्ट के लिए फंड की मांग रखते हुए एक मांग पत्र भी प्रस्तुत करेंगे।
पांच साल की जरूरतों पर दी जाएगी रिपोर्ट
16वें केंद्रीय वित्त आयोग द्वारा वर्ष 2026-27 से 2030-31 की अवधि के लिए अनुशंसाएं केंद्र सरकार को करनी है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ समेत देश के बाकी राज्यों का दौरा भी आयोग कर रहा है। जरूरतों के संबध में केंद्र सरकार को आयोग अपनी रिपोर्ट अक्टूबर 2025 तक सौंपेगा।