राजनांदगांव बार्डर पर ट्रेन से टकराया टाइगर… गुस्से में 7 घंटे पटरी पर बैठा रहा, बेहोश कर अस्पताल भेजा… अभी जिंदा है
राजनांदगांव से लगे महाराष्ट्र बार्डर के जंगल में शनिवार को सुबह 5 बजे एक पैसेंजर ट्रेन से टाइगर टकरा गया। ट्रेन की स्पीड ज्यादा नहीं थी, फिर भी टाइगर घायल हुआ और वहीं ट्रैक पर बैठ गया। वन विभाग के अफसरों समेत काफी वनकर्मी मौके पर पहुंच गए, लेकिन गुर्राता टाइगर टस से मस नहीं हुआ। एक तरफ की पटरी पर ट्रैफिक रोकना पड़ गया। मौके पर पहुंचे एक्सपर्ट वनकर्मियों ने टाइगर को दोपहर 12 बजे बेहोश करने के लिए ट्रैक्यूलाइजर चलाई गई। इंजेक्शन लगा, पर टाइगर बेहोश नही हुआ। आधा घंटा वेट करने के बाद दूसरा शाट दिया गया, तब भी डाइगर को कोई फर्क नहीं पड़ा। दूरी से अच्छी तरह उसकी हालत को आब्जर्व करने के बाद दोपहर 1 बजे तीसरा शाट लगाया गया। इस शाट से टाइगर को नींद आई और वह लुढ़का। इसके बाद वनकर्मियों ने मेहनत से टाइगर को रेस्क्यू वैन में लोड किया और तुरंत इलाज के लिए नागपुर भेजा। तब जाकर ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू की जा सकी। यह हादसा तुमसर-तिरोड़ी पैसेंजर से हुआ था। जहां टाइगर ट्रेन से टकराया, वह पूरा इलाका पहाड़ों और घने जंगलों से आच्छादित है। हादसा गोबरवाही और डोंगरीबुजुर्ग स्टेशनों के बीच हुआ। यहां के गांववालों का कहना है कि टाइगर कई बार पटरियों के आसपास दिख जाते हैं, लेकिन टक्कर पहली बार हुई है।