रायपुर से इराक जा रहे तीन बांग्लादेशियों को एटीएस ने महाराष्ट्र में दबोचा… इनके फर्जी आधार-पैन रायपुर में ही बने थे… बड़ी साजिश का खुलासा

छत्तीसगढ़ के एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीसी) ने रायपुर में टिकरापारा के मिश्रा बाड़ा में रह रहे तीन बांग्लादेशी नागरिकों इस्माइल, अकबर और साजन को मुंबई-हावड़ा मेल से मुंबई जाते हुए महाराष्ट्र के पायधुनी में मुंबई एटीएस की मदद से गिरफ्तार किया है। तीनों रायपुर से बगदाद (इराक) जा रहे थे और वहां से वापस नहीं लौटने वाले थे। तीनों सगे भाई हैं, जिनसे भारतीय पासपोर्ट, आधारकार्ड पेन कार्ड और वोटर आईडी जब्त किए गए हैं और सभी फर्जी हैं। बड़ा खुलासा यह है कि तीनों ने रायपुर में सत्कार कंप्यूटर के संचालक मोहम्मद आरिफ से फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी बनवाई थी। पूछताछ में यह बात भी आ रही है कि इसी तरह से फर्जी दस्तावेज बनाकर कुछ और बांग्लादेशी रायपुर से इराक जा चुके हैं। एटीएस ने यह भी बताया कि आरिफ और उसके साथ शेख अली तथा अन्य लोग मिलकर बांग्लादेशियों को छत्तीसगढ़ से दूसरे देश, खासकर गल्फ कंट्रीज में भेजने के लिए फर्जी दस्तावेज बना रहे हैं और बाहर भिजवा भी रहे हैं। इस रैकेट की जांच भी एटीएस ने शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ एटीएस के अफसरों ने बताया कि पकड़े गए तीनों बांग्लादेशियों के पिता शमसुद्दीन, माता रशीदा, भाई अजगर, बहन सुरैया, इस्माईल की पत्नी यास्मीन और 2 बेटियां अभी भी बांग्लादेश के खुलना राज्य के जैसोर जिले के नाभरन गांव में रह रहे हैं। वर्तमान में बांग्लादेश में रह रहे हैं। आरोपियों के विरुद्ध थाना टिकरापारा में धारा 318(4),338,340, 111B N S, भारतीय पासपोर्ट अधिनियम की धारा 12(b) का अपराध दर्ज किया गया है।
एटीएस ने बताया कि तीनों फर्जी दस्तावेज बनवाकर इसी साल 26 जनवरी को बगदाद (इराक) जाने के लिए निकले थे। ठीक इसी समय एटीएस को पुख्ता सूचना मिल गई। एटीएस ने मुंबई एटीएस की नागपाड़ा यूनिट की मदद ली और पायधुनी में दबोच लिया। अफसरों ने बताया कि संदिग्धों से पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली कि तीनों जियारत के बहाने बगदाद जाकर वहीं रुकने वाले थे, वापस भारत नहीं आने वाले थे। एटीएस के मुताबिक तीनों ने रायपुर में भारतीय दस्तावेज आधार, पैनकार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवाया। यूसीसी लागू होने और भारत में पकड़े जाने के डर से जन्मतिथि के प्रमाणपत्र के लिए फर्जी मार्कशीट भी सत्कार कम्प्यूटर के संचालक से बनवा ली। एटीएस इस मामले में आगे भी जांच कर रही है, जिसमें बड़े खुलासे हो सकते हैं।