रायपुर में कड़ा एक्शन, लंगड़ाते आरोपी… पिछली सरकार के 10 माह के मुकाबले क्राइम के आंकड़ों में अब मामूली कमी
राजधानी में पिछले चार-पांच में अपराध में इजाफा हुआ, लेकिन पुलिस ने जिस तरह से सख्त एक्शन लिए, सुनियोजित वारदातों में गिरफ्तार अरोपियों के लंगड़ाते हुए वीडियो वायरल हुए, सख्त एक्शन शुरू हुआ और नशे पर प्रहार की शिद्दत और बढ़ाई गई, उसका मामूली असर अब नजर आ रहा है। पिछले सरकार के दौरान यानी 1 फरवरी से अब तक के 10 महीने और इस साल 1 जनवरी से 31 अक्टूबर तक के अपराधों की तुलना की जाए, तो राजधानी में संगठित अपराधों में मामूली कमी दिखी है, जिसे आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने मार्गदर्शन में शुरू हुई बेहद एग्रेसिव पुलिसिंग का नतीजा माना जा रहा है। रायपुर के पुलिस अफसरों ने आंकड़े जारी किए हैं, जो बता रहे हैं कि अपराध में 3 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। यह मामूली ही सही, लेकिन आने वाले समय में अच्छे परिणाम नजर आएंगे।
रायपुर मे आईजी अमरेश के निर्देश पर पुलिस अड्डेबाजी तथा संगठित अपराधियों से सख्ती से पेश आ रही है, वहीं एसएसपी सिंह के निर्देश पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाहियां, बदमाशों पर कड़ा एक्शन तथा नशे के खिलाफ निजात अभियान की मानीटरिंग बढ़ गई है। सीएम विष्णुदेव साय की मंशा पर घने शहरी इलाके में विजिबल पुलिसिंग का सिस्टम इंटेसिफाई किया जा रहा है। इसका नतीजा है कि रायपुर में फरवरी से अब तक आईपीसी/बीएनएस के तहत 7970 अपराध दर्ज किए गए हैं। पिछले साल इसी अवधि में 8224 क्राइम रजिस्टर हुए थे। आंकड़ों की तुलना की जाए तो पिछले साल के 10 महीने के मुकाबले इस साल के 10 माह में दर्ज अपराधों में फिलहाल 3 प्रतिशत की आंशिक कमी नजर आई है।
मर्डर कुछ बढ़े, पर चाकूबाजी में होने लगी कमी
पिछले साल चाकूबाजी की 171 वारदातें हुई थीं। इनमें कमी है और इस साल इसी अवधि में 102 वारदातें रिपोर्ट हुई हैं। हालांकि हत्या के मामले बढ़े हैं। पिछले साल इस अवधि में रायपुर में 84 मर्डर हुए थे, इस साल 58 हत्याएं हो चुकी हैं। इस तरह, चाकूबाजी में भले ही कमी आई, पर हत्या के मामले बढ़े हैं। जारी आंकड़ों के मुताबिक इसके अलावा अन्य गंभीर अपराधों में अपेक्षित कमी आ रही है। छेड़छाड़ और यौन हिंसा में 28 फीसदी, बलात्कार में 8 फीसदी, चोरी में 9 और मारपीट में 3 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इस साल फरवरी से शुरू किए गए निजात अभियान से एनडीपीएस व आबकारी के दर्ज केस और कार्रवाई बहुत बढ़ी है।