शराब-जुआ सट्टा के लिए एसपी जिम्मेदार… अपराधियों में डर पैदा हो… गौ-तस्करी रोकने में जशपुर पुलिस का काम अच्छा
छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों के कलेक्टर-एसपी तथा कमिश्नर-आईजी की गुरुवार से शुरू हुई कांफ्रेंस का शुक्रवार शाम समापन हो गया। सीएम विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के सभी रेंज और पुलिस के कामकाज की बारीक समीक्षा की। कुछ जिलों की तारीफ हुई, तो कुछ जिलों को काम सुधारने की हिदायत भी दी गई। सीएम ने इन शिकायतों पर चिंता जताई कि अवैध शराब को संरक्षण देने की बात कई जगह से आ रही है। उन्होंने शराब और नशाखोरी पर जीरो टालरेंस की नीति पर जोर दिया। अपराधियों और अराजक तत्वों की कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। जशपुर जिले में गौ तस्करी को लेकर की जा रही कार्रवाइयों का सीएम साय ने कांफ्रेंस में खासतौर पर उल्लेख करते हुए एसपी शशिमोहन सिंह का नाम लेकर सराहना की गई है। सीएम साय ने कहा कि पुलिस के हाथ लोहे की तरह और दिल मोम जैसा होना चाहिए। सीएम ने अवैध शराब, जुआ-सट्टा और नशाखोरी की शिकायतों होने पर एसपी की जिम्मेदारी तय कर दी है।
सीएम साय ने कहा कि गौ-तस्करी व नशाखोरी एक बहुत बड़ी समस्या है। इस पर सख्ती बरतनी होगी तथा एंड टू एंड कार्रवाई करने की जरूरत है। अवैध शराब का परिवहन एवं बिक्री, जुआ, सट्टा एवं गांजा की तस्करी के खिलाफ अभियान चलना चाहिए। समाज में अशांति फैलाने वालों और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जाए, उनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई हो। सीतापुर मर्डर केस को लेकर नाराजगी जताते हुए सीएम साय ने कहा कि हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए। सीएम साय ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ जिला बदर और प्रतिबंधात्मक कार्रवाई रुकनी नहीं चाहिए। प्रतिबंधात्मक कार्रवाई में देरी नहीं की जाए। शराब बिक्री में पुलिस पर संरक्षण के आरोप लगते हैं। ऐसा बिलकुल नहीं होना चाहिए।
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