दक्षिण उपचुनावः ईवीएम में एक-एक हजार वोट डालकर दिखाएंगे कि सही पड़े या नहीं… 5 फीसदी मशीनों पर डिमांस्ट्रेशन
रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव में हर बूथ में दो ईवीएम और वीवीपैट रहेंगी। इन मशीनों में चुनाव चिन्ह अपलोड कर कमीशनिंग 5 नवंबर को की जाएगी। ईवीएम बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रानिक्स कार्पोरेशन आफ इंडिया, हैदराबादा के इंजीनियर 4 नवंबर की शाम रायपुर पहुंचेंगे। अगले दिन यानी मंगलवार को इंजीनियर तथा सरकारी अमला हर वीवीपैट पर बांटे गए चुनाव चिन्ह अपलोड करेगा। हर मशीन में एक-एक वोट डालकर मौजूद उम्मीदवारों और प्रतिनिधियों को दिखाया जाएगा कि वोट सही पड़ा या नहीं। इसके अलावा, जितनी मशीनें लगाई जाने वाली हैं, उनमें से 5 प्रतिशत को किसी भी क्रम से अलग किया जाएगा। इनमें एक-एक हजार वोट डाले जाएंगे। वोट सही पड़े या नहीं, इसका डिमांस्ट्रेशन भी उम्मीदवारों या प्रतिनिधियों के सामने किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डा. रीन बाबासाहेब कंगाले ने सभी उम्मीदवारों से अपील की है कि वे निर्धारित समय एवं स्थान पर उपस्थित हो जाएं तथा ईवीएम को कमीशन करने की इस प्रक्रिया को खुद देखें।
रायपुर दक्षिण उपचुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों से मतदान के लिए भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली ने तैयारी तेज कर दी है। ईवीएम को तैयार करने के क्रम में मशीनों की कमीशनिंग 5 नवंबर को सुबह 10 बजे शुरू होगी। रिटर्निंग आफिसर इसकी सूचना हर उम्मीदवार को देंगे। कमीशनिंग सेजबहार स्थित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय (जीईसी) में होगी। ईवीएम की कमीशनिंग प्रक्रिया में इसे बनाने वाली कंपनी ईसीआई-हैदराबाद के इंजीनियर करेंगे। वे सभी वीवीपैट मशीनों में सबसे पहले चुनाव चिन्ह लोड करेंगे। इसके बाद रेण्डम् रूप से 5 प्रतिशत मशीनों को अलग करवाकर हर किसी में 1000 मत डालकर मॉकपोल किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आईएएस रीना बाबा कंगाले ने कहा कि सभी अभ्यर्थियों को मौजूद रहकर ईवीएम की कार्यप्रणाली और इसकी निष्पक्षता के संबंध में पूरी तरह से आश्वस्त होना चाहिए।