शूटर्स ने झारखंड से बाइक चुराई, उसी से रायपुर आए, गोली चलाई और बाइक छोड़कर गायब
रायपुर की ठेका कंपनी पीआरए कंस्ट्रक्शन पर अमन साहू-मयंक सिंह गैंग के शूटर्स ने जिस बाइक से आकर गोली चलाई, वह चोरी की निकली है। ऐसी सूचनाएं आ रही हैं कि शूटर्स ने रायपुर में वारदात करने के लिए सुनियोजित तरीके से रांची के पास से पल्सर बाइक चुराई थी। संभवतः इसी बाइक से दोनों झारखंड से रायपुर तक आए थे। इसके बाद ठेका कंपनी की रेकी की और बाइक छोड़कर भाग निकले। झारखंड में रांची से लगे खूंटी जिले में इस बाइक की चोरी की रिपोर्ट दर्ज है, ऐसा सूत्रों का कहना है। इधर, पुलिस ने सोमवार को सुबह ठीक वारदात के वक्त रिंग रोड नंबर-1 पर ठेका कंपनी के दफ्तर के पास वारदात का पूरा सीन रीक्रिएट किया। जांच में कोई बिंदु छूट तो नहीं रहा है, या कोई नया बिंदु मिल सकता है, इसलिए सीन रीक्रिएट किया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने शहर से बाहर निकलनेवाली सड़कों पर लगे 1 हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक कर लिए हैं। इनमें शूटर नजर नहीं आए, लेकिन कुछ ऐसे संकेत मिले हैं, जिस आधार पर पुलिस का अनुमान है कि दोनों वारदात के तुरंत बाद रायपुर से भाग चुके हैं। संभावित रास्तों को भी पुलिस ने जांच में रखा है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। यही बातें आ रही हैं कि अमन साहू गैंग की तरफ से सिर्फ इसी ठेका कंपनी ही नहीं बल्कि झारखंड में काम करनेवाली कुछ और कंपनियों को ई-मेल से लगातार धमकियां मिल रही थीं। इस वजह से ज्यादातर ठेकेदारों ने अपने घर-दफ्तरों में सुरक्षाकर्मी तैनात कर रखे हैं।
रायपुर में ठहरने के भी कोई संकेत नहीं
बता दें कि रायपुर में रिंग रोड-1 पर 15 जुलाई को दोपहर करीब 12 बजे एक ठेका कंपनी के दफ्तर के बाहर बाइक से आए दो हमलावरों ने गोलियां चलाईं थीं और भाग निकले। जांच में यह बात भी आई कि गोली दफ्तर के बाहर रखी कार पर भी चलाई गई। सूत्रों का यह भी कहना है कि फायरिंग के बाद जब तक मौके पर सशस्त्र सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालते, दोनों हमलावर भाग चुके थे। फायरिंग के आधा घंटे बाद पुलिस को एक किमी दूर वारदात में इस्तेमाल बाइक मिल गई थी। इसके बारे में भी केवल यही पता चल पाया है कि लुटेरों ने रायपुर या छत्तीसगढ़ से बाइक अरेंज करने के बजाय इसे झारखंड से चुराया और यहां लेकर आए। वारदात की और बाइक यहीं छोड़कर भाग निकले। इसीलिए अब तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि हमलावर रेकी करने के लिए रायपुर में रुके थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि पहले से रेकी की हुई थी, हमलावर चोरी की बाइक से सीधे मके पर पहुंचे होंगे और फायरिंग करके बाइक छोड़कर भाग गए।