राहुल 4 हजार किमी पैदल चले थे, छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी 125 किमी चलेंगे… गिरौदपुरी से रायपुर तक न्याय यात्रा

राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस गिरौदपुरी से राजधानी रायपुर तक पदयात्रा करने जा रही है। फर्क सिर्फ इतना है कि राहुल गांधी 4 हजार किमी पैदल चले थे, छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी 125 किमी चलेंगे। कवर्धा में साहू समाज के 3 बेटों की मौत, पुलिस प्रताड़ना की हाईकोर्ट जज से जांच और दोषी पुलिस अफसरों पर एफआईआर की मांग को लेकर यह न्याय यात्रा 27 सितंबर को बाबा घासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी धाम से शुरू होगी और छठवें दिन, 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती को गांधी मैदान रायपुर में इसका समापन होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत के साथ कांग्रेस नेताओं ने राजीव भवन में हुई एक भीड़भरी प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी।
प्रदेश अध्यक्ष बैज ने कहा कि गिरौदपुरी परमपूज्य बाबा गुरू घासीदास की तपोभूमि है। बाबा गुरू घासीदास ने मनखे-मनखे एक समान का संदेश दिया था। समाज में एकता, समानता, समरसता का संदेश दिया था। ऐसे परम पूज्यनीय बाबा के धाम से यात्रा निकाल कर हम प्रदेश में भाईचारा, एकता और अपराधमुक्त छत्तीसगढ़ हर व्यक्ति की सुरक्षा की कामना कर रहे है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि गिरौदपुरी धाम से राजधानी तक 6 दिन की पैदल यात्रा का निर्णय हम सबने सहमति से किया है और इस यात्रा में पूरे प्रदेश के सभी कांग्रेसी ही नहीं, अलग आम लोग भी शामिल होना चाहेंगे, तो उन्हें भी निमंत्रण है। डा. महंत ने कहा कि भाजपा की सरकार को 9 माह हुए हैं। इस सरकार में अत्याचार, अनाचार, दुराचार, मौते, हत्यायें और यहां तक की थाने में हत्याएं हो रही हैं। इसके विरोध ही ही यात्रा निकाली जा रही है। हमारा उद्देश्य यह है कि जिस तरह बलौदाबाजार की घटना हुई, कवर्धा की घटना हुई और इससे छत्तीसगढ़ का चाहे सतनामी समाज हो, साहू समाज हो या और कोई भी समाज, वह आहत हुआ है। ऐसा नहीं होना चाहिए और सौहार्द भी नहीं बिगड़ना चाहिये। डा. महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू माना जाता रहा है, इसे शांति का टापू बनाए रखने के लिए ही यह यात्रा निकाली जा रही है।