पीएससी स्कैम… सीबीआई ने 4 चयनित डिप्टी कलेक्टरों को किया अरेस्ट… इनमें पूर्व चेयरमैन सोनवानी का बेटा-भतीजा, उद्योगपति गोयल के बेटा-बहू

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पीएससी स्कैम में कार्रवाई तेज करते हुए अब उन युवाओं की गिरफ्तारी शुरू कर दी है, जो पीएससी 2021-22 में डिप्टी कलेक्टर चुने गए थे और जिनका चयन विवादित माना जा रहा था। सीबीआई ने पिछले दो दिन में ऐसे 4 चयनित युवाओं को गिरफ्तार किया है। इनमें पीएससी चेयरमैन रह चुके पूर्व आईएएस टामन सिंह सोनवानी के बेटे व भतीजे नितेश तथा साहिल और उद्योगपति एसके गोयल के बेटे और बहू शशांक तथा भूमिका शामिल हैं। जानकारों के मुताबिक पीएससी इस मामले में कम से कम आधा दर्जन डिप्टी कलेक्टर चयनित युवाओं की भूमिका की छानबीन कर रही है, जिन्हें लेकर दावा किया गया था कि ये भी प्रभावशाली लोगों की संतान हैं और इसी वजह से इनका पीएससी में डिप्टी कलेक्टर जैसे सर्वोच्च पद के लिए चयन किया गया था।
पीएससी स्कैम में सीबीआई ने पीएससी 2021-22 के चयनित डिप्टी कलेक्टरों की गिरफ्तारी दो दिन पहले शुरू की है। इस मामले में सबसे पहले पूर्व आईएएस सोनवानी और उद्योगपति गोयल को गिरफ्तार किया गया था। दोनों इसके बाद पीएससी के डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गणवीर को सीबीआई ने अरेस्ट किया। गणवीर के साथ नितेश सोनवानी को भी गिरफ्तार किया गया था। सोमवार को पुलिस ने दार्जिलिंग से साहिल सोनवानी की गिरफ्तारी की। इधर, एक टीम ने शशांक-भूमिका गोयल को नई दिल्ली से अरेस्ट कर लिया। इस तरह, सीबीआई अब तक सात लोगों को अरेस्ट कर चुकी है। सोनवानी-गोयल की गिरफ्तारी के बाद ही कहा जा रहा था कि इस मामले में सीबीआई कम से कम ऐसे दर्जनभर युवाओं की गिरफ्तारी कर सकती है, जिनका डिप्टी कलेक्टर के तौर पर चयन हुआ है। इनमें एक-दो फिलहाल पीएससी से ही पूर्व में चयनित होकर छत्तीसगढ़ शासन के अधीन छोटे पदों पर काम कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई इन सभी को मंगलवार को एक बार फिर अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर ले सकती है।