पुलिस अफसर-कर्मी अब 8 बैंकों में से किसी एक में खोल सकेंगे सैलरी अकाउंट… इनमें 4 नेशनलाइज्ड, 4 प्राइवेट बैंक
छत्तीसगढ़ पुलिस के अफसरों और कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर यह है कि वे प्रदेश में अपना सैलरी अकाउंट 8 बैंकों में से किसी भी एक में खोल सकते हैं। इसके लिए कोई बाध्यता या शुल्क नहीं लिया जाएगा। सीएम विष्णुदेव साय के निर्देश पर पुलिस महकमे ने सैलरी अकाउंट के लिए 8 बैंकों से एग्रीमेंट कर लिया है। इन बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और आईडीबीआई बैंक शामिल हैं। सीऐएम साय ने इसे ऐतिहासिक पहल बताया है। उन्होंने कहा कि यह पुलिसकर्मियों के लिए सुरक्षा और सहयोग का एक मजबूत आधार बनेगा। सैलरी अकाउंट खोलने के लिए 8 बैंकों के विकल्प का आशय ये है कि कोई भी पुलिसकर्मी अपनी सुविधा से सैलरी अकाउंट इन आठ में से किसी भी एक बैंक में खोल सकेगा। इससे पुलिस परिवारों की आवश्यकताएं पूरा करने में आसानी होगी। यह पहल छत्तीसगढ़ सरकार की सुशासन और पारदर्शिता को मजबूत करेगी। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बताया कि पुलिस कर्मियों को यह स्वतंत्रता दी गई है कि वे अपनी सुविधा और आवश्यकता के अनुसार किसी भी बैंक में सैलरी खाता खोल सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार की बाध्यता या अतिरिक्त शुल्क नहीं होगा। सभी बैंकों से प्राप्त प्रस्ताव पुलिस इकाइयों को भेजे जाएंगे। बता दें कि पुलिस महकमे में सामान्य मृत्यु के मामलों में 1 लाख से 10 लाख रुपए तक बीमा राशि, दुर्घटना में मृत्यु के मामलों में 10 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए तक की सहायता, स्थायी विकलांगता के मामलों में 30 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए तक की सहायता और आंशिक विकलांगता के लिए 22.5 लाख से 1 करोड़ तक की बीमा राशि को ट्रांसफर करने में आसानी होगी जिस बैंक में सैलरी अकाउंट होगा, वहां से बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए 4 लाख से 20 लाख रुपए तक और कन्या विवाह के लिए 5 लाख से 10 लाख तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। नक्सल हिंसा में शहीद होने वाले पुलिस कर्मियों के परिवारों के लिए 10 लाख से 50 लाख रुपए तक की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।