छत्तीसगढ़ी म गोठियाकर खाता खाली करने वाले साइबर ठग… रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, बिलासपुर से शेयर-क्रिप्टो फ्राड में 5 अरेस्ट

छत्तीसगढ़ के लोगों को अब तक शेयर, क्रिप्टो, डिजिटल अरेस्ट और दूसरे मामलों में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करनेवाले साइबर ठग अब जामताड़ा, महाराष्ट्र, यूपी और राजस्थान के नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी जाल फैला रहे हैं। आईजी अमरेश मिश्रा के नेतृत्व में रेंज साइबर थाने में दर्ज हुए छह केस में 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का फ्राड हुआ, जिनमें से दो मामलों में पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया है। हैरतअंगेज बात ये है कि गिरफ्तार युवक रायपुर, दुर्ग, महासमुंद और बिलासपुर के निकले हैं। इनमें से 3 युवकों ने क्रिप्टोकरंसी में रायपुर की महिला से 21 लाख रुपए ठगे, तो बाकी दो ने ई-सिम का झांसा देकर यहीं के व्यक्ति से बड़ी ठगी की। इन पांच साइबर ठगों के अलावा 4 और को पुणे, मुंबई और नाशिक से पकड़ा गया है। एक खाते में बचे 6 लाख रुपए प्रार्थी के खाते में वापस करवाए गए हैं, जबकि अन्य खातों में मिले सवा 4 करोड़ रुपए बाकी लोगों के खाते में लौटाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। एक लेयर के बैंक खातों में 30 करोड़ रुपए और मिले हैं, जिनमें से छत्तीसगढ़ में हुए फ्राड की रकम का विश्लेषण किया जा रहा है।
सबसे पहले साइबर ठगी के बारे में उन आरोपियों के बारे में जानकारी लीजिए, जिन्होंने रायपुर की युवती से क्रिप्टो बिजनेस की आड़ में 21 लाख रुपए ठग लिए। इस मामले में साइबर पुलिस ने महासमुंद से रविंदर सिंह चावला, न्यू राजेंद्रनगर रायपुर से दीपक टिलवानी और आनंद नगर तेलीबांधा से तरुण उर्फ रौनक नचरानी को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में इनके कुछ और केस मिले हैं। इसी तरह, रायपुर के एक व्यक्ति के खाते में लिंक जियो सिम के ई-सिम में पोर्ट कर आरोपियों ने बड़ी ठगी की, जिसकी राखी थाने में रिपोर्ट भी हुई थी। इस मामले में आदर्श नगर दुर्ग के मेराज आलम और गणेशनगर चुहियापारा के नौशाद अंसारी को गिरफ्तार किया गया। इनकी भी दूसरे केस के म्यूल अकाउंट की संलिप्तता मिल रही है। सभी को जेल भेज दिया गया है।
शेयर ट्रेडिंग के बहाने सबसे ज्यादा धोखाधड़ी
आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर साइबर पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर रायपुर के कारोबारी से 99 लाख रुपए ठगने वाले पुणे-महाराष्ट्र के समीर थोरात, शेयर ट्रेडिंग में ही मुनाफे का झांसा देकर एक कारोबारी से ढाई करोड़ रुपए ठगने के केस में नासिक-महाराष्ट्र से मयूरेश राजेंद्र गांगुर्दे को गिरफ्तार किया गया। शेयर ट्रेडिंग के एक और केस में 29 लाख रुपए की ठगी हुई, जिसमें साइबर पुलिस ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियर आकाश विलास को नासिक-महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया। ऐसे ही 1.39 करोड़ रुपए की ठगी के एक और केस में खामगांव-महाराष्ट्र से अजय तिडके को पकड़ा गया, जो नासिक में छिपा हुआ था। सभी को जेल भेज दिया गया है।