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न्यूज रील… कवर्धा में भूपेश का फिर वारः शालीमार हादसे में 3 घायलः मानसून समय पर संभव

रायबरेली से लौटते ही पूर्व सीएम भूपेश बघेल रविवार को कवर्धा के गांव कोयलारी में पहुंच गए, जहां डायरिया फैला हुआ है और मौत हो गई है। कवर्धा राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में है, जहां से भूपेश ने लोकसभा चुनाव लड़ा है। कोयलारी में पीड़ितों से बातचीत करने के बाद भूपेश सहसपुर लोहारा पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कवर्धा में इलाज के इंतजामों को आड़े हाथों लिया और कहा कि भाजपा के राज में यहां स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह बदहाल हो गई हैं। उन्होंने सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि एक महिला की डायरिया से मृत्यु होती है, पर उसकी मौत की वजह पैरालिसिस बताई जाती है, आखिर इस झूठ की जरूरत क्या है…।  भूपेश ने कहा कि कवर्धा में फैले डायरिसा से 200 से ज्यादा पीड़ित हैं, जबकि सरकारी तौर पर संख्या 70-80 ही बताई जा रही है।

एसी कोच के शीशे टूटे, कई बोगियों को रगड़ गया ड्रिल हेड

रायपुर से ठीक पहले उरकुरा स्टेशन के पास पटरियों के नीचे जिस मशीन से ड्रिलिंग की जा रही थी, उसका खंभेनुमा हेड ठीक उस वक्त बाहर आ गया, जब शालीमार एक्सप्रेस गुजर रही थी। इस हेड की चपेट में आधा दर्जन से ज्यादा बोगियां आ गईं। तीन बोगियों में बर्थ पर लेटे तीन लोग घायल हो गए, जिन्हें रायपुर लाकर अंबेडकर अस्पताल में भर्ती किया गया। कई एसी बोगियों के शीशे टूट गए। इन्हें सुधारकर करीब दो घंटे बाद, दोपहर पौने 12 बजे रायपुर स्टेशन से ट्रेन को रवाना किया गया।

अंडमान से बढ़ा मानसून, छत्तीसगढ़ में 20 जून तक संभावना

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार, 19 मई को अंडमान-निकोबार से आगे बढ़ने की जानकारी दी है। मौसम विभाग ने संभावना जताई कि मानसून के 31 मई तक केरल पहुंचने की संभावना है। इस तरह, फिलहाल यह समय पर है। छत्तीसगढ़ में मानसून 15 से 20 जून के बीच सक्रिय हो जाता है। अगर सबकुछ ठीक रहा और मानसूनी बादल समय पर बढ़ते रहे तो छत्तीसगढ़ में इसकी एंट्री 20 जून के आसपास संभव हो सकती है। हालांकि मानसून के केरल आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी।

सरकारी पेमेंट में टीडीएस पर सख्त हुआ वित्त विभाग


छत्तीसगढ़ के वित्त विभाग ने केंद्र और राज्य के कानूनों के तहत शासकीय विभागों की खरीदी एवं सेवा प्राप्ति पर सप्लायर्स तथा ठेकेदारों के पेमेंट में स्त्रोत पर टैक्स कटौती (टीडीएस) का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। वित्त विभाग से जारी निर्देश में कहा गया है कि शासकीय विभाग  2.5 लाख रुपए से अधिक के भुगतान होने की स्थिति में 2 प्रतिशत (1 प्रतिशत CGST तथा 1 प्रतिशत SGST अथवा 2 प्रतिशत IGST) की दर से स्रोत पर टैक्स की कटौती यानी टीडीएस अनिवार्य रूप से करें।

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