जिंदल पर कोयला घोटाले में 2019 में केस लगा था…कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए, टिकट भी तुरंत

दो बार के कांग्रेस सांसद तथा उद्योगपति नवीन जिंदल ने रविवार शाम कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली और बमुश्किल 5-6 घंटे बाद जारी हुई भाजपा की लोकसभा उम्मीदवारी की सूची में उनका नाम चढ़ गया। नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से दो बार के कांग्रेस सांसद रहे और भाजपा ने उन्हें वहीं से टिकट दिया है। दिल्ली की विशेष अदालत के जज भारत पाराशर ने 2 जुलाई 2019 को नवीन जिंदल समेत चार लोगों के खिलाफ कोल घोटाले में धोखाधड़ी की धारा 420 तथा आपराधिक साजिश की धारा 120-बी का मामला फ्रेम करने के आदेश दिए थे। हालांकि जिंदल समूह ने इन आरोपों से इंकार करते हुए कहा था कि कुछ भी गलत नहीं किया है, अदालत की कार्रवाई के दौरान सच सामने आ जाएगा, इस बात का यकीन है।
नवीन जिंदल देश के बड़े औद्योगिक घराने जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के चेयरमैन हैं। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में जिंदल ग्रुप का बड़ा प्लांट है। इस वजह से नवीन छत्तीसगढ़ आते-जाते रहे हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि कुरुक्षेत्र से टिकट देने के लिए पीएम मोदी तथा वरिष्ठ भाजपा नेताओं का धन्यवाद… यह मेरे लिए सौभाग्य होगा कि विकसित भारत विजन में अपनी भागीदारी दे सकूं।
मप्र की कोयला खदान से जुड़ा था घोटाले का केस
दिल्ली की विशेष अदालत ने मध्यप्रदेश के उरतन नार्थ कोल ब्लाक के आवंटन से जुड़े एक केस की सुनवाई करते हुए नवीन जिंदल के अलावा जेएसपीएल के पूर्व डायरेक्टर सुशील मारू, पूर्व डिप्टी एमडी आनंद गोयल, सीईओ विक्रांत गुजराल और कंपनी के अधिकृत हस्ताक्षरी डीएन अबरोल को आरोपी बनाया गया था। इस केस में सीबीआई ने भी चार्जशीट पेश की थी। इसमें कहा गया था कि कंपनी की ओर से कोल ब्लाक आवंटन की स्क्रीनिंग कमेटी को 2007 में दिए गए आवेदन में गलत तथ्य पेश किए गए थे।