महादेव एप का सरगना सौरभ चंद्राकर दुबई में गिरफ्तार… रायपुर कोर्ट से गुरुवार को ईडी ने लिए थे पेपर्स… प्रत्यर्पण जल्दी ही
महादेव आनलाइन सट्टे के सरगना सौरभ चंद्राकर को तकरीबन 6 हजार करोड़ रुपए के फ्राड में दुबई में वहीं की एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया है। यूएई की सरकार ने सौरभ की गिरफ्तारी की जानकारी भारत सरकार तथा सीबीआई को दी है। गिरफ्तारी इंटरपोल से जारी रेड कार्नर नोटिस पर किए जाने की सूचना है। रेड कार्नर नोटिस प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आग्रह पर इंटरपोल ने जारी किया था। ईडी की ओर से सौरभ चंद्राकर के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी पूरी करने की सूचना है। रायपुर में ईडी के वकील तथा छत्तीसगढ़ के डिप्टी एजी सौरभ पांडे ने बताया कि गुरुवार को रायपुर की विशेष अदालत से ईडी ने प्रत्यर्पण के लिए कुछ जरूरी आदेश हासिल कर लिए हैं। इसे दुबई की कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस आधार पर कहा जा रहा है कि सौरभ को ईडी जल्दी ही भारत ले आएगी। उसके बाद यहां जांच शुरू की जाएगी।
ईडी ने रायपुर में सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ केस दर्ज कर रखा है। एक केस छत्तीसगढ़ की एजेंसी एंटी करप्शन ब्यूरो ने भी दर्ज किया है। ईडी को शुरू से ही उसके दुबई में होने की सूचना है। यही वजह है कि 4 सितंबर 2023 को सौरभ चंद्राकर के खिलाफ ईडी ने रायपुर की विशेष अदालत से नान बेलेबल वारंट निकलवाया था। यही वारंट उसके तथा रवि उप्पल के लिए इंटरपोल से रेड कार्नर नोटिस जारी करवाने का आधार बना और दुबई में गिरफ्तारी इसी में की गई है। हालांकि वकीलों का मानना है कि प्रत्यर्पण की प्रक्रिया लंबी है। ऐसी कोशिश की जा रही है कि सौरभ को जल्दी से जल्दी भारत लाया जाए, लेकिन इसमें वक्त लग सकता है। बता दें कि विजय माल्या के खिलाफ भी यह सारी प्रक्रियाएं काफी अरसा पहले पूरी कर ली गई थीं, लेकिन अब तक उसका प्रत्यर्पण नहीं हो सका है। इस बीच, एक खबर यह भी आई है कि सौरभ चंद्राकर को काफी दिन पहले ही यूएई में कस्टडी में ले लिया गया था। वह दुबई पुलिस की निगरानी में ही था। उसके बाद से ही प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।
कोरोना आपदा में आनलाइन बैटिंग का अवसर
महादेव आनलाइन सट्टे के जरिए सौरभ चंद्राकर पर ईडी ने 6 हजार करोड़ रुपए के फ्राड का केस दर्ज कर रखा है। सौरभ चंद्राकर के बारे में बता दें कि उसने कुछ साल पहले जूस फैक्ट्री के नाम से रायपुर में जूस बेचना शुरू किया था। इसके बाद प्रदेश में कई जगह उसने जूस दुकानें खोलीं। दर्ज केस में उसके बारे में जो कुछ लिखा गया है, उसके मुताबिक सौरभ आफलाइन सट्टा भी खेलता था। कोरोना काल आया और जूस का धंधा गिरने लगा, तब उसकी मुलाकात रवि उप्पल से हुई। इसके बाद दोनों ने मिलकर महादेव बैटिंग एप बनाया। एस लाकडाउन के दौरान ही लांच किया गया था।
जानिए कैसे काम करता है महादेव बैटिंग एप
आनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाए गए महादेव बैटिंग एप में यूजर्स पोकर, कार्ड गेम्स और चांस गेम्स खेलते थे। इसी एप से क्रिकेट, टेनिस, फुटबाल और बैडमिंटन तक में सट्टेबाजी की जाती थी। महादेव बैटिंग एप का छत्तीसगढ़ में जबर्दस्त तरीके से फैलाव हुआ और अभी भी ग्राउंड लेवल यहां छत्तीसगढ़ में ही इसके सबसे ज्यादा लोग हैं। हालांकि पिछले साल केस रजिस्टर करने के बाद ईडी और एसीबी ने महादेव बैटिंग एप से जुड़े लोगों की ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां की हैं और इसके छोटे आपरेटर्स को घेरा है।