महिला आयोग में कोर्ट के आदेश पर अध्यक्ष बनी हुई हैं किरणमयी… सरकार ने तैनात कर दीं पांच नई सदस्य
छत्तीसगढ़ में राजनैतिक नियुक्तियों का दौर जारी है और कुछ मामले बड़े दिलचस्प हो रहे हैं। जैसे, कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किरणमयी नायक ने महिला आयोग की अध्यक्ष का पद संभाला था। सरकार बदलने के बाद कुछ आयोगों की तर्ज पर वह भी अदालत से स्टे ले आईं और पद पर बनी हुई हैं। इधर, सरकार ने भी महिला आयोग को फ्री-हैंड नहीं छोड़ने की ठान ली है। गुरुवार को शासन ने महिला आयोग में पांच नई सदस्यों को नियुक्त कर दिया। अधिकांश सदस्य भाजपा में तेजतर्रार नेत्रियां मानी जाती हैं। वे या तो संगठन में बड़ी जिम्मेदारी पर रह चुकी हैं, या फिर विधानसभा जैसे चुनाव भी पार्टी के टिकट पर लड़ चुकी हैं।
छत्तीसगढ़ शासन से जारी आदेश के मुताबिक महिला आयोग में सदस्य के तौर पर लक्ष्मी वर्मा, सरला कोसरिया, प्रियम्बदा सिंह जूदेव, ओजस्वी मंडावी और दीपिका सोरी को नियुक्त कर दिया है। सभी एक-दो दिन में महिला आयोग में सदस्य की कुर्सी संभाल लेंगी। बता दें कि लक्ष्मी वर्मा भाजपा महिला संगठन की कद्दावर नेता मानी जाती हैं और रायपुर जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। सरसा कोसरिया भी सरायपाली से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। ओजस्वी मंडावी दंतेवाड़ा के पूर्व विधायक स्व. भीमा मंडावी की पत्नी हैं तथा वह भी विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। प्रियम्बदा भी जूदेव परिवार की बहू हैं और जूदेव परिवार ने प्रदेश में दमदार राजनीति की है। दीपिका सोरी का भी तगड़ा पालिटिकल बैकग्राउंड है। राजनैतिक हल्के में चर्चा है कि इन पांच सदस्यों की नियुक्ति के बाद महिला आयोग का नजारा कुछ बदला-बदला रह सकता है, क्योंकि अध्यक्ष डा. किरणमयी नायक कांग्रेस विचारधारा वाली हैं, रायपुर में महापौर रह चुकी हैं तथा वकील होने के साथ-साथ कांग्रेस की तेजतर्रार नेता हैं। जबकि आयोग में नियुक्त सदस्य भी राजनीति की माहिर हैं तथा भाजपा विचारधारा वाली हैं।