आज की खबर

कोल वाशरी के लिए सुंदरगढ़ में दो गुटों में अंधाधुंध गोलीबारी, FIR में रायगढ़ के प्रभावशाली लोगों के नाम

सुंदरगढ़ एसटीएफ ने शुरू की जांच, टीम रायगढ़ भी आएगी, अब तक 12 गिरफ्तार

रायगढ़ से लगे ओड़िशा के सुंदरगढ़ जिले में शुक्रवार को सुबह साढ़े 6 बजे वहीं की एक कोल वाशरी पर हथियारों से लेस तकरीबन ढाई सौ लोगों ने हमला किया तथा वाशरी में काम कर रहे लोगों की जमकर पिटाई की। इस दौरान तकरीबन 15 राउंड गोलियां चलने की भी सूचना है। सुंदरगढ़ पुलिस ने इस मामले में एफआईआर की है, जिसमें रायगढ़ के भरत अग्रवाल, रविंद्र भाटिया और बेटा, निर्मल शर्मा के नाम हैं। एफआईआर में अन्य दो-ढाई सौ लोगों का भी जिक्र है, जिनकी पहचान की जा रही है। इस बीच जानकारों के मुताबिक इस वाशरी में कब्जे के लिए दोनों पक्ष भिड़े हैं और दोनों ओर से 200 राउंड से ज्यादा फायर भी किए गए हैं। ओड़िशा पुलिस के मुताबिक अधिकांश आरोपी रायगढ़ जिले के चक्रधरनगर और रेंगाली के हैं। इस मामले में 10 लोगों को शुक्रवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन अभी उनके नाम उजागर नहीं किए गए हैं। सुंदरगढ़ एसपी ने इस मामले की जांच के लिए 15 पुलिस अफसर-कर्मचारियों की एसटीएफ बना दी है, जो छत्तीसगढ़ में भी गिरफ्तारियां करेगी। उधर, कांग्रेस ने हेमगिर थाने में दर्ज इस एफआईआर की प्रति शुक्रवार शाम जारी कर आरोप लगाया कि कोल वाशरी में कब्जे को लेकर कोल माफिया भिड़ा है, जिसमें गोलियां चली हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आरोप लगाया कि कोयले के लिए हुए इस खूनी संघर्ष में शामिल अधिकांश लोग प्रभावशाली हैं तथा कुछ का संबंंध सत्तापक्ष से भी है।

सुंदरगढ़ थाने में जो एफआईआर हुई है, उसके मुताबिक शुक्रवार को सुबह साढ़े 6 बजे सुनरीपाड़ा की गंजनबहल कोल वाशरी में 4 जुलाई को शाम करीब साढ़े 4 बजे कुछ मजदूर काम कर रही थे, तभी दो दर्जन से ज्यादा गाड़ियों में करीब दो-ढाई सौ हथियारबंद लोग पहुंचे। इन लोगों ने वहां मौजूद तीन-चार लोगों पर तलवार और राड से हमला किया। इस दौरान पिस्टल लिए हुए व्यक्ति ने दो लोगों पर फायर भी किया, लेकिन दोनों बच गए। जिस युवक ने रिपोर्ट लिखाई, उसने कहा कि उसपर भी धारदार हथियारों के हमले के गंभीर चोटें आईं लेकिन वह भागने में कामयाब रहा। कोल वाशरी में पहुंचे लोगों ने आखिर में पिस्तौल की नोक पर दो युवकों का अपहरण भी किया है। वाशरी में रखी गाड़ियों को तोड़ने के बाद हमलावर लौट गए। इस मामले में ओड़िशा के हेमगिर थाने के टीआई प्रशांत साहू ने एफआईआर रजिस्टर कर जांच शुरू कर दी है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन इसे कोल माफिया की वर्चस्व की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। इसकी जांच के लिए सुंदरगढ़ से एसटीएफ छत्तीसगढ़ भी आ रही है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button