शराब स्कैम में ईडी ने लखमा को ऐसे घेरा… जब पद मिल रहा था तभी कह देते कि पढ़ा-लिखा नहीं हूं…मुझे मंत्री नहीं बनाओ

छत्तीसगढ़ के शराब स्कैम में नामजद आरोपी, पूर्व आबकारी मंत्री तथा विधायक कवासी लखमा की मुश्किलें उनके बयान- मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं, कागज नहीं समझता, दस्तखत करता हूं… से और बढ़ी हैं। बताते हैं कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अफसरों ने पूछताछ के दौरान उनके इस तर्क को सिरे से खारिज कर दिया, बल्कि उन्हें कहा गया है कि जब मंत्री जैसा बेहद जिम्मेदारी वाला पद दिया जा रहा था, तभी कह देते कि पढ़ा-लिखा नहीं हूं, मुझे मंत्री मत बनाओ। पता चला है कि लखमा हर बात पर पढ़े-लिखे नहीं होने की दुहाई दे रहे हैं, इसलिए अब ईडी उनके सीएम तथा प्रापर्टी का काम देख रहे पढ़े-लिखे रिश्तेदारों पर भी घेरा कसने जा रही है। सूत्रों का कहना है कि ईडी के सामने देशभर में इस स्तर पर पहला केस आया है, जब कोई पूर्व मंत्री पढ़ा-लिखा नहीं होने का तर्क देकर किसी स्कैम में कुछ भी पता नहीं होने का दावा कर रहे हैं।
इधर, एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम यह भी है कि सोमवार को सुकमा में सीएम विष्णुदेव साय ने कवासी लखमा के पढ़ा-लिखा नहीं होने के मामले में कड़ा प्रहार किया है। मीडिया ने सीएम साय से पूछा था कि कवासी लखमा कह रहे हैं कि वे पढ़े-लिखे नहीं है, अफसर जहां दस्तखत करवाते थे, वहां कर देते थे, तो ऐसे में क्या हो सकता है…। इस पर सीएम साय ने कहा कि कोई भी भ्रष्टाचार का कोई भी आरोपी यह कहकर नहीं बच सकता कि वह पढ़ा-लिखा नहीं है। कोई पढ़ा-लिखा हो या न हो, कोई बड़ा हो या कोई छोटा, भ्रष्टाचार करनेवालों को कड़ी सजा दिलवाने की पूरी कोशिश की जाएगी।