गणपति बप्पा मोरेया… महादेवघाट कुंड में 4 दिन में करीब 8 हजार प्रतिमाओं का विसर्जन… शहर में भी हुईं विसर्जित
राजधानी रायपुर श्रद्धालुओं ने अपार उत्साह और श्रद्धा के साथ भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया। केवल खारुन के किनारे बने कुंड में चार दिन में साढ़े 7 हजार प्रतिमाओं का श्रद्धापूर्वक विसर्जन किया गया। की विसर्जन झांकियां शुक्रवार को आधी रात तक शहर के अलग-अलग हिस्से से निकलकर महादेवघाट स्थित विसर्जन कुंड पर पहुंचती रहीं। घरों में रखी गई भगवान गणेश की हजारों मूर्तियों को भी लोगों ने अपने आसपास की गई व्यवस्था के तहत 17 तारीख को ही विसर्जित कर दिया था। शनिवार को सुबह से खारुन के विसर्जन कुंड की सफाई शुरू हो गई, जो एक-दो दिन में पूरी हो जाएगी।
नगर निगम अफसरों ने बताया कि शुक्रवार को देर रात तक गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन जारी रहा। 17 सितम्बर को सुबह 6 बजे से लेकर 20 सितम्बर की रात तक भगवान गणेश की 6200 छोटी मूर्तियों एवं 1500 से अधिक बड़ी मूर्तियों का विसर्जन किया जा चुका है। रायपुर नगर निगम ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर एनजीटी और राज्य की एजेंसियों के दिशा-निर्देश के अनुरूप विसर्जन कुण्ड बनाए गए थे। इसके लिए निगम अफसरों की ड्यूटी 23 सितंबर तक लगी हुई है। खारुन किनारे विसर्जन कुंड में क्रेन, गोताखोर, फायर ब्रिगेड, फर्स्ट एड मेडिकल कैंप अब भी एक्टिव हैं। निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा ने विसर्जन के लिए एक कमेटी बनाई है, जो 23 सितंबर तक सारी व्यवस्था का संचालन करेगी।
अब सफाई मित्रों का अभियान चलेगा रात तक
विसर्जन के बाद शनिवार को सुबह से ही नगर निगम के सफाई मित्र विसर्जन कुंड के आसपास सक्रिय हैं और सफाई शुरू कर दी गई है। प्रतिमाओं और झांकियों की लकड़ियां अलग की जा रही है। वहां रखी पूजन सामग्री और फूल-हार आदि भी हटाए जा रहे हैं। अफसरों ने बताया कि विसर्जन कुंड की सफाई रविवार तक पूरी कर ली जाएगी।