भूपेश सरकार में 4 साल वन विभाग के प्रमुख रहे आईएफएस राकेश चतुर्वेदी भाजपा में
अमित शाह की कटघोरा रैली में चतुर्वेदी ने थामा भाजपा का हाथ
भारतीय वन सेवा (आईएफएस) अधिकारी तथा भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार में लगभग चार साल वन बल प्रमुख (हेड आफ फारेस्ट फोर्सेस) रहे राकेश चतुर्वेदी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। राकेश चतुर्वेदी को सालभर पहले रिटायरमेंट के तुरंत बाद जैव विविधता बोर्ड (बायोडायवर्सिटी) के चेयरमैन की कुर्सी दी गई थी। उनकी नियुक्ति तीन वर्ष के लिए थी। राकेश को कांग्रेस सरकार में तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल और तत्कालीन वनमंत्री मोहम्मद अकबर, दोनों ही का करीबी माना जाता था। हालांकि लंबे कार्यकाल में उनके बहुत सारे भाजपा नेताओं से भी नजदीकी संबंध रहे हैं।
राकेश चतुर्वेदी केंद्रीय वन सेवा में 1985 में आए। पीसीसीएफ बनने के बाद से रिटायरमेंट तक लगभग तीन साल वे पूरे छत्तीसगढ़ में हर केंद्रीय सेवाओं में सबसे सीनियर कैडर के अफसर बने रहे। राकेश रायपुर में ही पुरानी बस्ती में पले-बढ़े और पढ़ाई भी यहीं हुई। छत्तीसगढ़ क्षेत्र में वे भारतीय वन सेवा में जाने वाले संभवतः दूसरे अधिकारी रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य अलग होने के बाद वे रायपुर डीएफओ नियुक्त हुए और तभी से चर्चा में आए। वीआईपी रोड का राजीव स्मृति वन उन्हीं के कार्यकाल में तैयार हुआ था और उनके पीसीसीएफ के कार्यकाल की सबसे आखिरी चर्चित योजनाओं में कृष्ण कुंज है, जो भूपेश सरकार के कार्यकाल में अमल में लाई गई।
भाजपा प्रवेश फाइनल होने के बाद रायपुर से रवाना हुए थे कटघोरा
राकेश चतुर्वेदी से संपर्क नहीं हो सका है, लेकिन भाजपा के सूत्रों तथा उनके करीबियों ने उनके भाजपा प्रवेश की पुष्टि की थी। कटघोरा में उन्हें मंच पर बुलाकर भाजपा प्रवेश की घोषणा की गई। रायपुर के लिए राकेश चतुर्वेदी का भाजपा प्रवेश दिलचस्प खबर इसलिए भी है, क्योंकि यहां उनका अफसर होने के आलावा भी व्यापक संपर्क है।