राजनांदगांव के दो राइस मिलर्स पर ईडी छापे, रायपुर के दो मिलर से 3 दिन से रोज पूछताछ
केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित 20 रुपए प्रति क्विंटल वाले 160 करोड़ रुपए के कस्टम मिलिंग लेवी घोटाले में गुरुवार को राजनांदगांव में टिल्लू अग्रवाल समेत दो राइस मिलर्स पर छापेमारी की है। चार दिन पहले ईडी ने प्रदेश में तीन-चार राइस मिलर्स पर छापे मारे थे। इनमें से रायपुर के दो मिलर्स ऐसे हैं, जिन्हें छापा मारने के बाद ईडी तीन दिन से दफ्तर बुलाकर सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक बयान ले रही है। बताते हैं कि हर छापे में जिसके बारे में क्लू मिल रहा है, ईडी दो-तीन दिन के भीतर उनके घरों और संस्थानों को छापे मारकर खंगाल रही है।
ईडी की टीमें गुरुवार को सुबह राजनांदगांव में दो मिलर्स के यहां पहुंची। इनमें से एक पिछली सरकार के कार्यकाल में राजनांदगांव राइस मिलर एसोसिएशन का पदाधिकारी भी था। इनके यहां से क्या मिला, इस बारे में ईडी चुप है, लेकिन बताते हैं कि 20 रुपए प्रति क्विंटल की कथित लेवी के मामले में ईडी ने काफी सबूत इकट्ठा कर लिए हैं। गौरतलब है, इसी मामले में ईडी एक आला अफसर मनोज सोनी तथा एक राइस मिलर रोशन चंद्राकर को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
तीन दिन से सुबह से रात तक पूछताछ
कस्टम मिलिंग लेवी घोटाले में ईडी की नजर रायपुर के राइस मिलर्स पर ही ज्यादा है। सूत्रों के मुताबिक ईडी को जो जानकारियां मिली हैं, उनके मुताबिक इस लेवी का कलेक्शन सेंटर रायपुर ही था। खम्हारडीह के एक मकान में पैसे इकट्ठा होने की सूचनाएं ईडी के पास हैं। इसीलिए रायपुर में मारे गए छापों में उस मकान को भी कवर किया गया था। इसके अलावा रायपुर के दो राइस मिलर्स पर भी छापेमारी हुई थी, जिसमें एक राइस मिलर्स एसोसिएशन का पदाधिकारी है। उसे तथा एक अन्य मिलर को ईडी मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को सुबह 11 बजे से बुलाकर रात 9 बजे छोड़ रही है। लगातार तीन दिन से चल रही पूछताछ को लेकर भी राइस मिलर्स में खासी चर्चाएं हैं।