ईडी ने कवासी लखमा को भी कल दफ्तर बुलाया… छापे पर बोले पूर्व आबकारी मंत्री – 50 लाख तो क्या, एक रुपया नहीं जानता… पढ़ा-लिखा नहीं हूं, अफसर लेते थे साइन

केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब स्कैम में पूर्व आबकारी मंत्री तथा मौजूदा कांग्रेस विधायक कवासी लखमा, उनके बेटे सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष तथा हरीश के दोस्त राजू साहू, कवासी लखमा के करीबी ठेकेदार भदौरिया तथा समर्थक सुशील ओझा पर धरमपुरा-रायपुर, धमतरी, सुकमा, कोंटा (नागारास) और रायपुर के करीब दर्जनभर ठिकानों पर छापेमारी शनिवार की रात पूरी कर ली। रविवार को सुबह मीडिया से बातचीत में कवासी लखमा ने बताया कि ईडी ने सोमवार को बयान के लिए उन्हें, हरीश, राजू और भदौरिया समेत सभी संबंधित को समंस देकर बयान के लिए अपने दफ्तर में बुलवाया है। ईडी ने कवासी के खिलाफ एफआईआर में कहा कि मंत्री रहते हुए उन्हें आबकारी विभाग से 50 लाख रुपए महीना मिलते थे। इस पर कवासी ने कहा- 50 लाख तो क्या, मैं एक रूपया भी नहीं जाानता। उन्होंने तत्कालीन आबकारी अफसरों पर भी गंभीर आरोप लगाए और कहा- मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं। जो भी कागज मेरे सामने लाया जाता था, मैं दस्तखत कर देता था। पता नहीं मुझसे कहां-कहां दस्तखत करवाए गए।
कवासी लखमा ने कहा कि मैंने हाल में विधानसभा में भाजपा नेताओं के बस्तर में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था। इसीलिए ईडी ने मुझे फंसाने के लिए छापे मारे हैं। कुछ दिन में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव होने हैं। इसीलिए भाजपा मुझे बदनाम करने की साजिश करवा रही है। छापों में मेरे घर से एक भी कागज नहीं मिला है। मुझे घोटाले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। विधायक कवासी लखमा ने यह भी बताया कि ईडी ने मुझसे संपत्ति की जानकारी मांगी है। मैंने समय मांगा है, उन्हें पूरी जानकारी दूंगा। मेरे से घोटाले के बारे में पूछताछ की गई। मैंने बता दिया कि घोटाले के बारे में भी कुछ नहीं जानता। लखमा ने कहा कि ईडी के अफसर मेरा और मेरे बेटे का मोबाइल फोन भी ले गए हैं।