क्या आप जानते हैं…पूरे छत्तीसगढ़ में ब्लैक आउट हुआ तो…43 मिनट में रोशनी लौटा देंगे पावर कंपनी के इंजीनियर
बिजली कंपनी ने स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर से ब्लैक स्टार्ट की कामयाब माकड्रिल

छत्तीसगढ़ में बिजली सप्लाई करनेवाले सभी थर्मल पावर प्लांट बंद हो जाएं, प्रदेश में ब्लैक आउट की स्थिति पैदा हो जाए, तो भी हमारी बिजली कंपनी के इंजीनियरों के पास ऐसा कमाल का सिस्टम है कि सिर्फ 43 मिनट में सभी पावर प्लांट से बिजली बहाल की जा सकती है। यह केवल बयान नहीं है, छत्तीसगढ़ बिजली कंपनी के इंजीनियरों ने 12 जुलाई को ब्लैक स्टार्ट माकड्रिल करके यह सफलता हासिल की है। माकड्रिल में इंजीनियरों ने सभी पावर प्लांट में बनावटी ब्लैक आउट की स्थिति पैदा की। पावर प्लांट बंद होने के बाद शुरू होने में काफी समय लेते हैं, इसलिए हाइड्रल प्लांट (जल विद्युत संयंत्रों) से इन पावर प्लाटों को चार्ज किया गया और 43 मिनट में पावर प्लांट से फिर बिजली सप्लाई बहाल कर दी गई। यह माक ड्रिल पावर ट्रांसमिशन और उत्पादन कंपनी के एमडी आरके शुक्ला और संजीव कुमार कटियार के नेतृत्व में की गई। इसमें सभी पावर सेंटरों के इंजीनियर शामिल हुए।
आईलैंड सब सिस्टम बनाकर बनावटी ब्लैकआउट
बिजली कंपनी के इंजीनियरों ने सबसे पहले बांगो हाइड्रल प्लांट छुरीखुर्द, जमनीपाली एवं कोरबा पूर्व के उपकेन्द्रों को मिलाकर आईलैण्ड सब-सिस्टम बनाया और यहां बनावटी ब्लैक आउट किया गया। इससे छुरीखुर्द, जमनीपाली एवं कोरबा क्षेत्र में बनावटी ब्लैक आउट क्रिएट हो गया। इसके बाद इंजीनियरों की टीम ने बिजली सप्लाई बहाल करने की प्रक्रिया शुरू की। बांगो डीजल जेनसेट से बंद सप्लाई को सर्विस में लेकर चार्ज किया। यहां से जो बिजली पैदा हुई, उसे 132 केवी लाइनों से छुरीखुर्द, जमनीपाली एवं कोरबा पूर्व तक पहुंचाया गया। फिर 33/11 केवी बिजली फीडरों को एक-एक कर चालू किया गया। इसके बाद आईलैण्ड सब-सिस्टम की फ्रिक्वेन्सी एवं वोल्टेज को माॅनीटर करते हुए बांगो की सप्लाई को कोरबा पश्चिम थर्मल प्लांट में पहुंचा दिया। इसमें केवल 43 मिनट लगे और सप्लाई बहाल हो गई। अफसरों ने बताया कि इससे पहले ‘‘ब्लैक स्टार्ट मॉकड्रिल‘‘ 11 अगस्त 2023 को हुई थी।
रायपुर से पूरे प्रदेश तक एक्टिव रही टीम
ब्लैक स्टार्ट माकड्रिल के दौरान डंगनिया (रायपुर) के स्टेट लोड डिस्पैच सेन्टर में ईडी केएस मनोठिया और एमएस कंवर, सीई केके भगत, एडिशनल सीई शारदा सोनवानी, राकेश शर्मा, एसई मनोज राय, संजय चौधरी, अभिषेक जैन, संजय वैद्य, एम नायक, माया नायर और पुष्पा पिल्लई, ईई जीपी सिंह, श्री धर्मजीत भट्ट, श्री मनोज रावटे, सुदेशना पाॅल, नमिता विभा लकरा और अवनीश जोशी, एई केतन मिश्रा, विन्ध्याचल गुप्ता, प्रीति गुप्ता, जुवेना गोम्स, रेखा शर्मा और संदीपा देवांगन तथा जेई शुभम घोरे तैनात थे। राज्य भार प्रेषण केन्द्र के नियंत्रण कक्ष में ईई जीआर नवरंग और रंजीत कुजुर तथा संदीप देवांगन और दिनेश विश्वकर्मा मौजूद रहे। बांगो जल विद्युत संयंत्र के एसई बीआर भगत तथा एसके रहमतकर एवं उनकी टीम, कोरबा पश्चिम में एसई एस करकरे एवं उनकी टीम, कोरबा पूर्व में एसई डीएस पटेल एवं उनकी टीम, वितरण से एसई पीएल सिदार एवं उनकी टीम ,संचार से ईई अजय कंवर एवं उनकी टीम, उत्पादन से ईई आनंद कुमार एवं सुरेश साहू ने भी ब्लैक स्टार्ट माकड्रिल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।