सरकार पर महिलाओं-बच्चियों की सुरक्षा नहीं कर पाने का आरोप, कांग्रेस का 3 सितंबर को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन

छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पिछले 9 महीने में भाजपा सरकार सुरक्षा नहीं दे पाई, इसलिए महिलाओं तथा बच्चियों के खिलाफ प्रदेश में अपराध बेतहाशा बढ़ गए हैं। रोज कहीं न कहीं से दुष्कर्म की खबरें आ रही हैं, बस्तर और सरगुजा से लेकर राजधानी रायपुर तक महिलाएं खुद को भयभीत महसूस कर रही हैं। पुलिस भी पीड़िताओं को न्याय देने के बजाय लीपापोती में लग गई है। दुष्कर्मियों को बचाने के कुत्सित प्रयास भी पुलिस कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, संचार चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला और वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर समेत कांग्रेस नेताओं ने रविवार को राजीव भवन में हुई प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि प्रदेश में 8 माह में महिलाओं के प्रति 3094 अपराध हुए हैं। दुष्कर्म के ही 600 से अधिक मामले रिपोर्ट हो चुकी हैं। पीसीसी अध्यक्ष बैज ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर अब सड़क की लड़ाई लड़ेगी और जनता के बीच जाएगी। पार्टी ने 3 सितंबर, मंगलवार को महिला अपराधों को लेकर सरकार की कथित नाकामी के खिलाफ पूरे छत्तीसगढ़ में प्रदर्शन का फैसला लिया है। इसके एक दिन पहले, 2 सितंबर को प्रदेशभर में कांग्रेस के नेता महिलाओं की असुरक्षा तथा सरकार की नाकामी पर प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि 9 माह की भाजपा सरकार में छत्तीसगढ़ में महिलायें असुरक्षित हो गई हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्यजनक क्या हो सकता है कि राजधानी में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं है। रायपुर नया बस स्टैण्ड में महिला से सामूहिक दुष्कर्म को पुलिस ने दुष्कर्म में बदल दिया। अपराधियों को सजा देने के बजाय उन्हें बचाया जा रहा है। रोज-रोज प्रदेश में कहीं न कहीं सामूहिक दुष्कर्म के मामले रिपोर्ट हो रहे हैं। भिलाई में बच्ची से बदतमीजी के मामले को पुलिस दबाने में लगी है। रायगढ़ में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुष्कर्म किया और पुलिस रिपोर्ट लिखने में आनाकानी करती रही। कोण्डागांव में सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट 20 दिन तक नहीं लिखी गई। दीपक बैज ने कहा कि बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में महिलाओं पर हो रही हैवानियत पर मौन हैं। इस संबंध में कांग्रेस ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने के लिए उनसे समय भी मांगा है।