छत्तीसगढ़ सबसे कम बेरोजगारी वाले टाप-5 राज्यों में… साय सरकार ने निकालीं 1068 नौकरियां… और सुधरेगी रैंकिंग
केरल में युवाओं से महिलाओं तक हर स्तर पर बेरोजगारी देश में सबसे ज्यादा
छत्तीसगढ़वासियों के लिए अच्छी खबर ये है कि हम देश में सबसे कम बेरोजगारी वाले टाप-5 राज्यों में आ गए हैं। रोजगार के मामले में छत्तीसगढ़ ने उत्तरप्रदेश को क्रास कर यह उपलब्धि हासिल की है। हाल में भारत सरकार के सांख्यिकी विभाग ने सालभर में कलेक्ट किए गए डेटा के आधार पर *Periodic Labour Force Survey (PLFS)* पीएलएफएस की रिपोर्ट जारी की है, जिसमं छत्तीसगढ़ बेरोजगारी में लगातार कमी के मामले में कई बड़े राज्यों को भी पीछे छोड़ा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने एसआई भर्ती के लिए प्रक्रिया तेज की है, जो अधिकतम एक माह में पूरी कर ली जाएगी। बिजली कंपनी में जूनियर इंजीनियरों की सीधी भर्ती के लिए व्यापमं की परीक्षा के रिजल्ट आ गए हैं। इसके अलावा सीएम विष्णुदेव साय की सरकार ने स्वास्थ्य, पीएचई, पंचायत तथा अन्य विभागों को मिलाकर 1068 सरकारी नौकरियां साय सरकार ने और निकाल दी हैं। सीएम साय नौकरियां और रोजगार के मामले में आने वाले छह माह के भीतर कई ठोस कदम उठाने वाले हैं। इनसे अगले साल की सर्वे रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ के टाप-3 में शामिल होने की उम्मीद बढ़ गई है।
पीएलएफएस की ओर से हाल में जारी रिपोर्ट ने देश भर के विभिन्न राज्यों में बेरोजगारी के आंकड़ों का भी खुलासा किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, केरल में बेरोजगारी दर सबसे अधिक रही। जहां 15-29 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं में बेरोजगारी दर 29.9% दर्ज की गई। केरल में महिलाओं में बेरोजगारी दर 47.1% और पुरुषों में 19.3% रही। इसके अलावा, लक्षद्वीप में बेरोजगारी दर सबसे अधिक 36.2% दर्ज की गई, जिसके बाद अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में यह दर 33.6% रही। बता दें कि राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (NSSO) द्वारा पीएलएफएस के लिए नमूना सर्वेक्षण और डेटा संग्रह का कार्य किया जाता है। यह भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
गांवों और वनक्षेत्रों में रोजगार पर बढ़ा फोकस
साय सरकार ने खासतौर पर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके अलावा प्रदेश में रोजगार और कौशल विकास को प्रोत्साहन देने कई योजनाएं लागू की हैं, ताकि गांव के युवाओं को अपने ही इलाके में काम करने का अवसर मिल सके। इससे पलायन भी रुका है। सीएम साय ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे युवाओं को नए उद्योगों के लिए तकनीकी और व्यावसायिक कौशल प्रदान करने के लिए विशेष प्रयास करें। दरअसल साय सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को साकार करने के लिए कदम उठा रही है, जिसमें रोजगार सबसे अहम है। इसका भी काफी लाभ मिला है।