कई बड़े राज्यों को पछाड़कर छत्तीसगढ़ को मिली वन खेल की मेजबानी… 3 हजार खिलाड़ियों के लिए आलीशान इंतजाम
राजधानी में 12 अक्टूबर से शुरू होकर 22 अक्टूबर तक चलनेवाले राष्ट्रीय वन खेलकूद महोत्सव में इस बार खास बात ये है कि छत्तीसगढ़ ने इन खेलों की मेजबानी हासिल करने के लिए कई बड़े राज्यों को पछाड़ा है। छत्तीसगढ़ की मेजबानी को देशभर से आने वाले वन विभाग के 3 हजार से ज्यादा खिलाड़ी हमेशा याद रखें, इसके लिए वन अफसर कोई कसर बाकी नहीं रखना चाह रहे हैं। सभी 23 खेलों में बेहतर पारदर्शिता रहे, इसलिए इनमें इस्तेमाल होने वाली सभी मशीनें नई लाई गई हैं। सभी खिलाड़ियों के लिए होटलों से लेकर सरकारी रेस्ट हाउस में अच्छे रूम बुक कर लिए गए हैं। हर खिलाड़ी के लिए एक रूम बुक किया जा रहा है। खिलाड़ियों के लिए बेहतर भोजन के इंतजाम भी किए गए हैं। कैटरिंग का पूरा जिम्मा एनएमडीसी को सौंप दिया गया है। होटल से लेकर स्टेडियम तक नाश्ते-लंच की व्यवस्था की गई है। ठहरनेवाली जगहों से खेल परिसरों तक सौ से ज्यादा गाड़ियां बुक कर ली गई हैं, जिनसे खिलाड़ियों को लाया-ले जाया जाएगा। वन विभाग की अपनी नई गाड़ियां भी हैं, जिन्हें वन खेलकूद में ही इस्तेमाल किया जाने वाला है। छत्तीसगढ़ के टीम के सभी खिलाड़ियों को अच्छी क्वालिटी के ट्रैक सूट और शूज भी दिए जा रहे हैं। इनके लिए दिल्ली की कंपनी से रेट कांट्रैक्ट हुआ है। इस पूरे कार्यक्रम के लिए केंद्र और प्रदेश के वन विभाग से फंड दिया गया है।
मंत्री कश्यप चाहते हैं, आयोजन यादगार रहे
राष्ट्रीय वन खेलकूद महोत्सव छत्तीसगढ़ की प्रतिष्ठा के अनुरूप रहे, इस आशय के निर्देश वन मंत्री केदार कश्यप ने दिए हैं। इस वजह से इस स्पर्धा की पूरी मानीटरिंग सीधे वन बल प्रमुख वी श्रीनिवास राव कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी जरूरी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। छत्तीसगढ़ के वन विभाग के अफसरों-कर्मचारियों की टीम की पूरी कोशिश है कि इस आयोजन को यादगार बनाया जा सके।