रायपुर दक्षिण में फिर सजा उम्मीदवारों का मेला… क्षेत्रीय दलों के अलावा निर्दलीय भी… कुल 46 हुए, वापसी 30 तारीख तक
रायपुर दक्षिण राजधानी की एक ऐसी विधानसभा के रूप में स्थापित हो चुकी है, जहां चुनाव को लेकर ऐसी जबर्दस्त जागरुकता है कि हर बार चार से पांच दर्जन उम्मीदवार नामांकन दाखिल करते ही हैं। इस बार भी यह पंरपरा बरकरार है। नामांकन के आखिरी दिन यानी शुक्रवार, 25 अक्टूबर को शाम 5 बजे तक 46 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल कर दिए हैं। इनमें कुछ राष्ट्रीय दलों के हैं, कुछ क्षेत्रीय पार्टियों के, तथा काफी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशी हैं। पहले यह चर्चा रहती थी कि रायपुर के कद्दावर भाजपा नेता तथा सांसद बृजमोहन अग्रवाल जहां से चुनाव लड़ते हैं, वहां निर्दलीय प्रत्याशी बड़ी सख्या में चुनावी समर में आते हैं। लेकिन इस बार तो यह बात भी नहीं है। बृजमोहन दक्षिण से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। भाजपा के प्रत्याशी सुनील सोनी हैं और अधिकृत तौर पर उनके चुनाव संचालक पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवरतन शर्मा हैं। यानी बृजमोहन घोषित चुनाव संचालक भी नहीं है। यह बात अलग है कि रायपुर दक्षिण के चुनाव में भाजपा की ओर से केंद्रीय भूमिका में बृजमोहन अग्रवाल ही हैं। प्रत्याशी भी उनका करीबी है और संचालक शिवरतन शर्मा को भी बृजमोहन अग्रवाल के नजदीकी नेताओं में एक माना जाता है। लिहाजा, भाजपा की ओर से सारी कवायद उन्हीं के अंडर में चलती दिख रही है।
बहरहाल, यहां बात रायपुर दक्षिण में उम्मीदवारों की हो रही है। नामांकन दाखिले के अंतिम दिन यानी शुक्रवार को रायपुर दक्षिण से 22 नामांकन दाखिल हुए हैं। इन्हें मिलाकर प्रत्याशियों की संख्या 46 हो गई है। चुनाव कार्य से जुड़े अफसरों के मुताबिक अगर 10 प्रत्याशी कम भी हो गए, तो भी बूथ पर 15 प्रत्याशी और एक नोटा के हिसाब से तीन ईवीएम रखनी होंगी। उम्मीदवार 30 रहेंगे, तभी दो ईवीएम से चुनाव हो जाएगा। हालांकि नाम वापसी में अभी 5 दिन बाकी हैं। रायपुर दक्षिण की एक खास बात और है कि यहां नामांकन वापस लेने वालों की संख्या भी काफी रहती है। कुछ साल पहले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या को लेकर एक दिलचस्प विवाद भी हुआ था, जो कोतवाली थाने तक पहुंच गया था। बहरहाल, दक्षिण में कितने प्रत्याशी रहेंगे, यह 30 अक्टूबर की शाम नामांकन वापसी की अंतिम तिथि के साथ ही स्पष्ट हो पाएगा।