छत्तीसगढ़ की स्कूली शिक्षा में बड़ा प्रयोगः पहला मेगा पीटीएम होगा 9 अगस्त को
स्कूल स्तर पर तिमाही और छमाही परीक्षा के बाद एक-एक पीटीएम औरः परदेशी

सीबीएसई समेत अलग-अलग केंद्रीय बोर्ड से जुड़े प्राइवेट स्कूलों में पालक-शिक्षक मीटिंग (पीटीएम) वर्षों से हो रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में पहली बार पीटीएम जैसा प्रयोग धरातल पर उतारा जा रहा है। शिक्षा सचिव कोमल सिद्धार्थ परदेशी ने बताया कि पूरे छत्तीसगढ़ में संकुल स्तर पर पहले मेगा पीटीएम का आयोजन 9 अगस्त को किया जाएगा। इसके अलावा तिमाही और छमाही परीक्षाओं के नतीजे के 10 दिन के भीतर क्रमशः दूसरा और तीसरा पीटीएम भी होगा। मेगा पीटीएम संकुल स्तर पर तथा बाद वाले दोनों पीटीएम विद्यालय स्तर पर होंगे। इन पीटीएम में बच्चों के पैरेंट्स और टीचर्स के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया जाएगा। पहले मेगा पीटीएम की तैयारी के लिए प्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
सरकारी स्कूलों में संकुल स्तर पर किए जाने वाले पहले मेगा पीटीएम के लिए शासन पूरी ताकत लगाने जा रहा है। जो योजना बनाई गई है, उसके मुताबिक कलेक्टर तथा डीईओ हर संकुल के लिए एक-एक अफसर को जिम्मेदारी सौंपेंगे कि वे पीटीएम को ज्यादा से ज्यादा उपयोगी और सफल बनाने के लिए समन्वय करें। सभी संयुक्त संचालकों से कहा गया है कि वे 9 अगस्त को होने वाले पहले पीटीएम की तैयारी की मानीटरिंग अपने-अपने क्षेत्रों में अभी से शुरू कर दें। यह भी बताया गया है कि सभी को स्कूल स्तर पर होने वाले दूसरे और तीसरे पीटीएम की भी मानीटरिंग करनी है। इन पीटीएम में पैरेंट्स को उनके बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धि या कमी और उसके निदान के बारे में जानकारी दी जाएगी।