नक्सलमुक्त गांव को 1 करोड़ देने की अमित शाह की घोषणा का 24 घंटे में असर… दंतेवाड़ा में 26 नक्सलियों का सरेंडर, इनमें तीन ईनामी कमांडर

गृहमंत्री अमित शाह ने एक दिन पहले घोषणा की थी कि बस्तर में जो भी गांव नक्सलमुक्त होता जाएगा, उसे केंद्र सरकार की ओर से विकास तथा मूलभूत जरूरतों के लिए एक-एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इस घोषणा का चौबीस घंटे में ही असर शुरू हो गया है। सोमवार को दंतेवाड़ा में 26 नक्सलियों ने फोर्स के सामने सरेंडर कर दिया है। सरेंडर नक्सली अपने साथ आटोमेटिकल राइफल से लेकर बंदूकें भी लाए थे। जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है, उनमें एक कमांडर तीन लाख का ईनामी तथा दो नक्सली एक-एक लाख के ईनामी हैं। सरेंडर नक्सलियों ने युवतियां भी हैं। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने इसे आपरेशन लोन वर्राटू (अपने घर वापसी) तथा केंद्र-राज्य की नीतियों का असर बताया है। उन्होंने कहा कि यह बस्तर में नक्सलियों के समूल नाश की ओर बढ़ते कदम हैं।
दंतेवाड़ा एसपी ने बताया कि नक्सलियों ने सोमवार को दोपहर सरेंडर किया है। इनमें पांच लाख के ईनामी नक्सली शामिल हैं। यह सरकार के अभियान लोन-वर्राटू का नतीजा है। सभी सरेंडर नक्सलियों को नियमानुसार 50-50 रुपए दिए जा रहे हैं। केंद्र-राज्य की नीतियों के तहत उनका पुनर्वास भी किया जाएगा। यह स्पष्ट नहीं है कि सभी सरेंडर नक्सली एक ही गांव के हैं, या फिर दंतेवाड़ा के अलग-अलग इलाकों से सरेंडर करने आए थे।
इधर, सीएम साय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि गृहमंत्री अमित शाह ने लाल आतंक प्रभावित गांवों को नक्सलमुक्त घोषित होने पर 1 करोड़ रुपए की विशेष सहायता राशि की घोषणा की है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। पीएम मोदी तथा गृहमंत्री शाह के मार्गदर्शन में 31 मार्च 2026 तक उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ को पूरी तरह नक्सल आतंक से मुक्त करने का संकल्प लिया गया है। सीएम ने भरोसा जताया कि हम निश्चित रूप से तय समयसीमा के भीतर इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।