महापौर-पार्षदों को मार्च के पहले हफ्ते तक इंतजार करना होगा… आयोग के नोटिफिकेशन में लगेगा पूरा हफ्ता… फिर 15 दिन में होंगी निकायों में आमसभा, चार्ज उसी दिन

राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के 10 नगर निगमों, नगरपालिकाओं और नगर पंचायतों में महापौर, अध्यक्ष और पार्षदों को चुनाव जीते हुए दो दिन बीत गए। उनसे हर किसी का पहला सवाल यह रहता है कि काम कब से शुरू करेंगे। इस सवाल का जवाब ये है कि चुनाव के जो भी नतीजे आए हैं, जीतने वालों को सर्टीफिकेट तो मिल गया है, लेकिन राज्य का निर्वाचन आयोग इनकी जीत को बाकायदा एक अधिसूचना जारी कर नोटिफाई करेगा। नियम यह है कि आयोग से जिस दिन अधिसूचना जारी होगी, उसके 15 दिन के भीतर सभी नगरीय निकायों में जीते हुए सभी लोगों की आम सभा होगी, जिस तरह सामान्य सभा होती है। उस सभा में शपथ लेने के दिन से जीते हुए सभी पदाधिकारी अपना काम शुरू कर देंगे। लेकिन इसमें कम से कम 20 दिन का समय और है।
अब पहला सवाल यह उठता है कि राज्य निर्वाचन आयोग का नोटिफिकेशन कब आएगा। इस मामले में द स्तम्भ ने राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे से बात की। वे रायपुर कलेक्टर भी रह चुके हैं। आईएएस भूरे ने बताया कि अभी निर्वाचन आयोग के पास राज्यभर से नगरीय निकायों के फाइनल नतीजे आएंगे। इसके बाद निर्वाचन आयोग उन नतीजों की स्क्रूटनी करेगा। इसमें कम से कम 5 से 7 दिन लग जाएंगे। उसके बाद ही आयोग नोटिफिकेशन जारी करेगा। अर्थात, आयोग का नोटिफिकेशन अगर इस सप्ताह यानी शुक्रवार तक नहीं आया, तो फिर वह अगले सोम-मंगल तक आएगा। इसके 15 दिन के भीतर ही निकायों की आमसभा होगी। वैसे यह पूरी प्रक्रिया 3 मार्च तक पूरी करनी है। लेकिन अगर इसमें तीन-चार दिन ऊपर भी होते हैं, तो जानकारों के मुताबिक किसी तरह का संवैधानिक संकट नहीं है। इस तरह, मेयर, अध्यक्ष और पार्षदों को अभी अपना काम संभालने के लिए तकरीबन 20 दिन का इंतजार और करना पड़ सकता है। यह मार्च के पहले हफ्ते में ही होगा। आपको पहले ही बता चुके हैं कि जिस दिन पहली आम सभा होगी, उसी में नगर निगम, नगरपालिका और नगर पंचायतों के सभापति का चुनाव कर लिया जाएगा। शपथ के बाद सभी मेयर एमआईसी का गठन करेंगे। एमआईसी का गठन तो नगरीय निकाय अधिनियम के तहत ही होगा, लेकिन इसकी कोई निर्धारित समय सीमा नहीं है।