कवर्धा हिंसा-हत्या में गिरफ्तार युवक की जेल में मौत… पोस्टमार्टम के दौरान रात तक हंगामा… भूपेश-महंत ने पुलिस पिटाई का लगाया आरोप
कवर्धा में रेंगाखार के लोहारीडीह गांव में कांग्रेस नेता की खुदकुशी, फिर भाजपा नेता की घर में ही जलाकर हत्या से उपजा बवाल बुधवार को उस वक्त नए मोड़ पर आ गया, जब भाजपा नेता रघुनाथ की माब लिंचिंग में गिरफ्तार युवक प्रशांत साहू की बुधवार को दोपहर जेल में मौत हो गई। जैसे ही मौत की खबर जेल से बाहर आई, कवर्धा से रायपुर तक हंगामा खड़ा हो गया। युवक के शव को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां रात करीब साढ़े 9 बजे तक विशेषज्ञ डाक्टरों तथा न्यायिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम चला है। इस दौरान मरचुरी के बाहर कांग्रेसियों की भीड़ इकट्ठा हो गई। पूर्व सीएम भूपेश बघेल मंगलवार को लोहारीडीह गए थे। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर बैक टू बैक पोस्ट कर आरोप लगाया कि युवक की मौत पुलिस पिटाई की वजह से हुई है। इसके बाद कांग्रेस ने इस मामले में मोर्चा ही खोल दिया है। देर शाम नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत ने गृहमंत्री विजय शर्मा से इस्तीफे की मांग करते हुए सीएम विष्णुदेव साय से आग्रह किया है कि अगर इस्तीफा नहीं होता, तो उन्हें बर्खास्त किया जाए।
जिस युवक की जेल में मृत्यु हुई है, पुलिस ने लोहारीडीह हिंसा में उसके भाई और मां को भी गिरफ्तार किया था। सभी जेल में हैं। इस मामले में पुलिस से लेकर जेल प्रशासन तक चुप्पी साधे हुए है। यह स्पष्ट नहीं है कि जेल में दाखिल करने से पहले उसका डाक्टरी मुलाहिजा करवाया गया था या नहीं, और अगर करवाया गया था तो उसकी क्या रिपोर्ट है। मामला बेहद हाईप्रोफाइल हो चुका है, इसलिए डाक्टर भी खामोश हैं और शार्ट पीएम रिपोर्ट नहीं आई है। इसलिए युवक की जेल में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। दरअसल लोहारीडीह में जिस वक्त हिंसा हो रही थी, तब वहां फोर्स लेकर पहुंचे एसपी अभिषेक पल्लव पर भी हमला हुआ था और उन्हें तथा कुछ पुलिसवालों को मामूली चोटें आई थीं। इसके बाद गांव में तकरीरबन 500 जवान तैनात हैं और इसे छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कवर्धा के अधिकांश आला पुलिस अफसर वहां कैंप किए हुए हैं और कल रात तक 61 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिन्हें जेल भेजा जा रहा है।
ऐसा मंजर छत्तीसगढ़ ने कभी नहीं देखाः कांग्रेस
एक तरफ कवर्धा में कांग्रेसियों ने इस मामले को लेकर दिनभर विरोध प्रदर्शन किया है, तो दूसरी ओर पूर्व सीएम भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष डा. चरणदास महंत इस मुद्दे को लेकर पूरी ताकत से सरकार पर हमलावर हो गए हैं। दोनों ने अलग-अलग बयानों में आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में कानून और व्यवस्था की स्थिति इस तरह बदतर है, जैसी इससे पहले कभी नहीं थी। भूपेश बघेल ने जेल में युवक की मौत को लेकर बड़ा आरोप लगाया कि पुलिस की पिटाई से जान गई है। डा. महंत ने शिवप्रसाद साहू के मध्यप्रदेश में मिले शव को लेकर सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने नए कानून में चार अलग-अलग एफआईआर की है, जिसमें निर्दोष ग्रामीणों को फंसाया जा रहा है। पूर्व सीएम भूपेश और नेता प्रतिपक्ष समेत समूची कांग्रेस ने गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग की है। कवर्धा में आज के घटनाक्रम को लेकर अभी सरकारी तौर पर कोई बयान नहीं आया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि सरकार पूरे हालात पर गंभीर नजर रखे हुए है।