प्लास्टिक कचरा रिसाइकिल कर महिलाओं ने बनाया बनाया रा-मटेरियल… सीएम साय और केंद्रीय मंत्री पाटिल ने की तारीफ

महिलाएं प्लास्टिक कचरे को रिसाइकिल करने की यूनिट लगाकर इससे कुर्सियां, ड्रम, प्लास्टिक रस्सी और दूसरे प्रोडक्ट बनाने वाले रा-मटेरियल यानी प्लास्टिक गट्टे का उत्पादन कर रही हैं। राजनांदगांव अमलीडीह में इस यूनिट को देखकर सीएम विष्णुदेव साय और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल न सिर्फ खुश हुए, बल्कि उन्होंने पर्यावरण बचाने के लिए महिलाओं के इस प्रयास की जमकर तारीफ की। सीएम साय ने महिलाओं से कहा कि इसके माध्यम से प्लास्टिक कचरे की रिसाइकलिंग कर पर्यावरण के नुकसान को कम कर सकेंगे। केंद्रीय मंत्री पाटिल ने कहा कि उन्होंने कहा कि प्लास्टिक कचरे को रिसाइक्लिंग करने का महिलाओं ने जो बीड़ा उठाया है, वह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कारगर साबित होगा।
सीएम साय तथा केंद्रीय मंत्री पाटिल ने अमलीडीह के ग्रामीण औद्योगिक पार्क में महिला समूहों द्वारा संचालित प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट का मुआयना किया। सीएम ने महिला समूह से चर्चा करते हुए कहा कि आप सबका यह प्रयास राज्य और देश में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में एक अनुकरणीय प्रयास है। महिला समूह ने रोजगार और स्वावलंबन हासिल करने तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए उल्लेखनीय काम किया है। केंद्रीय मंत्री पाटिल ने कहा कि महिला समूह आत्मसम्मान के साथ रोजगार और स्वावलंबन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट से मिट्टी, पानी और हवा प्रदूषित होती है, जिससे मानव समेत सभी जीव-जंतुओं का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। इस दौरान डिप्टी सीएम विजय शर्मा, पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, कलेक्टर संजय अग्रवाल तथा एसपी मोहित गर्ग भी उपस्थित थे। बता दें कि डोंगरगांव की पंचायत अमलीडीह के महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में स्वच्छता दीदियों ने अर्जुनी, कोनारी एवं अमलीडीह कलस्टर व आसपास के ग्राम पंचायत से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे को यहां लाकर छटनी और फिर रिसाइक्लिंग कर प्लास्टिक गट्टा, प्लास्टिक दाना एवं प्लास्टिक पीपी बनाने की यूनिट लगा रखी है। प्लास्टिक गट्टे को रायपुर भेजा जाता है, जिससे प्लास्टिक सुतली, गुड़ाखू डब्बा, प्लास्टिक कुर्सी, प्लास्टिक ड्रम एवं प्लास्टिक के अन्य उत्पाद बनाए जाते हैं।