साय सरकार में जून तक कोई नया मंत्री नहीं… तब तक वर्तमान मंत्रियों की कुर्सियां भी सुरक्षित… सिर्फ हरियाणा की तरह 1 सीएम 13 मंत्री का फार्मूला फाइनल

उच्चस्तरीय संकेत हैं कि छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में तीन नए मंत्रियों की एंट्री अब जून तक नहीं होने जा रही है। छत्तीसगढ़ में पिछले एक साल में लगभग एक दर्जनवीं बार मंत्रिमंडल विस्तार तथा नए मंत्रियों को शामिल करने की चर्चाएं पीएम नरेंद्र मोदी के बिलासपुर प्रवास के तुरंत बाद शुरू हुई थीं और दिनों-दिन जोर पकड़ रही थीं। बुधवार को तो मंत्रालय-एचओडी बिल्डिंग में यह स्थिति थी कि हर किसी को लग रहा था, नए मंत्री अब तक में आने वाले हैं, शपथ ग्रहण की तैयारी चल रही है वगैरह। लेकिन शाम तक यह स्पष्ट हो गया कि ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है। दिल्ली से फिलहाल केवल यही इशारा मिला है कि छत्तीसगढ़ में अगले मंत्रिमंडल विस्तार के बाद 1 सीएम और 13 मंत्रियों की टीम रहेगी। अब तक छत्तीसगढ़ में विधायकों की कुल संख्या से 15 प्रतिशत के आधार पर एक सीएम तथा 12 मंत्री ही रखे जाते थे। हरियाणा में 90 सीटें हैं, लेकिन वहां सीएम को मिलाकर 14 मंत्रियों ने शपथ ली है। भाजपा वही फार्मूला अब छत्तीसगढ़ में भी अपनाने जा रही है।
छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार का हल्ला पिछले लगभग एक साल से हर महीने-डेढ़ महीने में उड़ता है। जिन नेताओं को नए मंत्री के रूप में शपथ दिलाई जा सकती है, उनके नामों का भी हल्ला रहता है। लेकिन देखने में यह आया है कि नए मंत्री बनाने का हल्ला हफ्तेभर में बिखर जाता है। इस बार भी तीन-चार दिन तक चर्चा रहने के बाद मीडिया ने सीएम विष्णुदेव साय से दो दिन पहले पूछा था कि मंत्रिमंडल का विस्तार कब हो रहा है। उन्होंने कहा था- इंतजार करिए…। तब सभी का अनुमान था कि इस बार चर्चा सही है और दो-तीन नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। लेकिन आज उच्चस्तर से मिले संकेतों का सार यही है कि मंत्रिमंडल में मानसून तक किसी तरह के फेरबदल की संभावना नहीं है। किसी को भी मंत्री के रूप में फिलहाल शपथ नहीं दिलवाई जा रही है। यही नहीं, महत्वपूर्ण बात यह भी है कि जिन दो-तीन मंत्रियों के परफार्मेंस को लेकर काफी चर्चाएं थीं कि इन्हें हटाया भी जा सकता है, उन सबकी कुर्सी भी पूरी तरह सुरक्षित बताई जा रही है। मंत्रिमंडल के बजाय विष्णुदेव साय सरकार का फोकस अगले दो माह यानी 31 मई तक सुशासन तिहार तथा जून में एजुकेशन पर रहने वाला है।