पहाड़ पर कैंप में थे माओवादी, फोर्स ने घेरकर 10 को मार गिराया, उधर बीजापुर में 16 सरेंडर

अबूझमाड़ में छोटेबेटिया के जंगल में मुठभेड़ मारे 29 माओवादियों के मारे जाने के दस दिन के भीतर फोर्स ने मंगलवार को सुबह 6 बजे इसी इलाके के टेकमेटा और काकूर गांवों के बीच हुई मुठभेड़ में 10 माओवादियों को मार गिराया है। सभी के शव मिल गए हैं और मारे गए माओवादियों की संख्या 15 से ऊपर होने की सूचनाएं भी हैं। जिनके शव मिले हैं, उनमें 7 पुरुष और 3 महिला माओवादी हैं तथा सभी वर्दीधारी हैं। इनमें एक कमांडर लेवल का माओवादी भी है, जिसकी पहचान कल शव लाने के बाद की जाएगी। काफी हथियार मिले हैं, जिनमें एक एके-47 और एक इंसास राइफल है। बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने मुठभेड़ में माओवादियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि सर्चिंग चल रही हैं।
मुठभेड़ नारायणपुर जिले में हुई है। शव लेकर फोर्स के बुधवार को सुबह नारायणपुर पहुंचने की संभावना है, जहां पोस्टमार्टम और शिनाख्ती वगैरह की जाएगी। दरअसल फोर्स को दो दिन पहले सूचना मिली थी कि सोनपुरी से 42 किमी दूर काकूर के जंगल में एक पहाड़ पर माओवादियों ने काफी अरसे से कैंप बना रखा है और आते-जाते रहते हैं। इस आधार पर बस्तर डीआरजी और छत्तीसगढ़ की एसटीएफ को वहां भेजा गया था। लेकिन जब यह सूचना आई कि पहाड़ पर बड़ी संख्या में माओवादी हैं, तब भारी फोर्स भेजी गई। खबर है कि 700 से ज्यादा डीआरजी और एसटीएफ जवान पहाड़ और आसपास के जंगलों में घेरा डाल रखा है। मंगलवार को सूर्योदय होने तक फोर्स ने नक्सलियों को लोकेट कर लिया। जवान जैसे ही माओवादियों के करीब पहुंचे, उधर से गोलियां चलने लगीं। पहले ही तैयार फोर्स ने इसके बाद ताबड़तोड़ फायरिंग की। फोर्स की फायरिंग से माओवादी भाग निकले। फोर्स पीछे लगी हुई है तथा बीच-बीच में फायरिंग की खबरें आ रही हैं। जहां मुठभेड़ हुई थी, वहां 10 माओवादियों के शव मिल गए हैं। पहाड़ के माओवादी कैंप और नीचे कुछ और नक्सलियों के होने की सूचना है। मुठभेड़ के दौरान ही यह सूचना भी पहुंची है कि लगभग 15 माओवादियों को मारा जा चुका है।
सरेंडर माओवादी पर 8 लाख, एलओएस कमांडर पर 5 लाख का ईनाम
इससे पहले, मंगलवार को सुबह बीजापुर में 16 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया है। एसपी डा. जितेंद्र यादव के हवाले से जारी बयान के मुताबिक सरेंडर नक्सलियों में पीएलजीए बटालियन का सदस्य अरुण कड़ती भी है, जिस पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है। इसी तरह, माटवाड़ा एलओएस कमांडर रमेश उर्फ मुन्ना हेमला ने भी सरेंडर किया है। उस पर 42 मामले दर्ज हैं और 5 लाख रुपए का ईनाम घोषित है।