रायपुर दक्षिण चुनाव जम्मू-कश्मीर के कारण टला पर होगा जल्दी…प्रत्याशियों के लिए एक माह और इंतजार करिए
घाटी में तीन चरण, हरियाणा में एक चरण में 1 अक्टूबर तक पोलिंग, 4 को नतीजे

छत्तीसगढ़ की एकमात्र तथा चर्चित सीट रायपुर दक्षिण का उपचुनाव टल गया है। माना जा रहा था कि शुक्रवार को चुनाव आयोग कुछ राज्यों में इलेक्शन की घोषणा करेगा, उसी के साथ रायपुर दक्षिण का उपचुनाव का शेड्यूल भी घोषित कर दिया जाएगा। लेकिन जम्मू-कश्मीर की वजह से रायपुर दक्षिण समेत उपचुनाव भी टल गए। जम्मू कश्मीर और हरियाणा में मतदान 1 अक्टूबर को खत्म हो जाएगा और 4 अक्टूबर को नतीजे आ जाएंगे। चुनाव आयोग के सूत्रों के जो संकेत मिले हैं, उसके मुताबिक रायपुर दक्षिण के लिए अक्टूबर के तीसरे या अंतिम हफ्ते में मतदान करवाया जा सकता है। हो सकता है कि यह महाराष्ट्र चुनाव के साथ हो जाए। इसके लिए नोटिफिकेशन सितंबर के शुरू में जारी हो सकता है। ऐसे में सांसद बृजमोहन अग्रवाल की छोड़ी हुई सीट रायपुर दक्षिण में प्रत्याशियों के लिए कम से कम एक माह और इंतजार करना होगा। इसकी वजह भी है, क्योंकि सत्ताधारी भाजपा हो या कांग्रेस, दोनों ने ही प्रत्याशी चयन के लिए औपचारिक प्रक्रिया ही शुरू नहीं की है। कांग्रेस ने कुछ एक्सरसाइज जरूर किया, लेकिन यह तय नहीं है कि नाम उसी एक्सरसाइज से चुने जाएंगे, या फिर सब कुछ उसी तरह नई दिल्ली से होगा, जैसा दोनों ही प्रमुख दलों में होता आया है।
चुनाव आयोग के लिए जम्मू कश्मीर में चुनाव करवाना कम टेढ़ी खीर नहीं है। सुरक्षा कारणों से पूरे आयोग का फोकस वहीं रहेगा। छोटे से राज्य में भी तीन चरणों में चुनाव करवाए जा रहे हैं, क्योंकि हर चरण में कम सीटें रहने से आयोग वहां पूरी तरह फोकस हो पाएगा। इसीलिए शुक्रवार को जारी नोटिफिकेशन में आयोग ने कश्मीर के साथ केवल हरियाणा को ही चुनाव के लिहाज से रखा है। जम्मू कश्मीर में पहले चरण के मतदान के लिए नोटिफिकेशन 20 अगस्त को जारी होगा और 18 सितंबर को पोलिंग होगी। दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर और तीसरे चरण में 1 अक्टूबर को होगा। हरियाणा में एक ही चरण में एक अक्टूबर को वोटिंग हो जाएगी। दोनों राज्यों के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित होंगे।
अलग से भी करवाए जा सकते हैं उपचुनाव
जानकारों का कहना है कि सितंबर के पहले हफ्ते में महाराष्ट्र चुनाव का शेड्यूल घोषित किया जा सकता है, ताकि वहां अक्टूबर तक चुनाव करवाए जा सकें। ऐसे में रायपुर दक्षिण का चुनाव कार्यक्रम भी जारी किया जा सकता। लेकिन कुछ जानकारों का कहना है कि महाराष्ट्र चुनाव में भी आयोग का पूरा फोकस रहेगा। इसलिए उपचुनावों के लिए अलग से चुनावी कार्यक्रम घोषित किया जा सकता है। जो भी हो, इस्तीफे के छह माह के भीतर चुनाव करवाने की बाध्यता के कारण रायपुर दक्षिण के चुनाव अक्टूबर अंत तक करवा लिए जाएंगे।