अफसरों ने दिया 1 दिसंबर से धान खरीदी का सुझाव… सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए 15 दिन घटाए… अब 15 नवंबर से
छत्तीसगढ़ सरकार पिछले पांच साल में 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू कर देती थी, लेकिन इस बार धान खरीदी 15 नवंबर से शुरू होने जा रही है। धान खरीदी में 15 दिन की देरी की वजह भी बहुत तकनीकी है। दरअसल दिवाली के बाद धान कटाई शुरू होगी। धान कटने के बाद ज्यादा दिन खुले में नहीं रहा तो इसकी नमी कम नहीं हो पाती। ज्यादा नमी रहने से सोसाइटियों में धान रिजेक्ट कर दिया जाता है, जिससे किसान परेशान होते हैं। इसीलिए सरकार कुछ समय दे रही है ताकि धान सूख जाए। यही नहीं, 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू होने के बाद भी नवंबर में किसान कुल टारगेट का बमुश्किल 10 फीसदी धान ही बेचते हैं। धान खरीदी की रफ्तार दिसंबर में ही बढ़ती है, इसलिए खरीदी का समय 15 दिन आगे बढ़ाया गया है। यह जानकारी मंत्री टंकराम वर्मा ने रायपुर प्रेस क्लब में मीडिया से बातचीत में दी। बता दें कि अफसरों ने सरकार को सुझाव दिया था कि धान खरीदी 1 दिसंबर से शुरू करना ज्यादा प्रैक्टिकल रहेगा। लेकिन सरकार ने तय किया कि एक माह के बजाय 15 दिन से आगे बढ़ाए जाएं।
छत्तीसगढ़ में इस बार भी धान की बंपर फसल की उम्मीद की जा रही है। सरकार ने खरीदी के इंतजाम शुरू कर दिए हैं। सोसाइटियों में बैठने वाले करीब 3 हजार कंप्यूटर आपरेटर धान खरीदी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आपरेटरों ने परमानेंट करने के लिए हड़ताल की थी। इस मांग पर भी विचार किया जा रहा है, लेकिन फैसला नहीं हुआ है। सरकार ने धान खरीदी में शामिल विभागों से कहा है कि 10 नवंबर तक तैयारी पूरी कर लें। वजह ये है कि 15 नवंबर को धान खरीदी शुरू होगी तो सोसाइटियों में पहले दिन से ही धान की अच्छी आवक रहेगी, जिसे इस तर मैनेज करना होगा ताकि एक भी किसान को दिक्कत नहीं आए।