नए कवर्धा कलेक्टर गोपाल वर्मा और एसपी राजेश अग्रवाल ने संभाली कुर्सी… शुरुआत लोहारीडीह केस की स्टडी से

कवर्धा के लोहारीडीह में हिंसा-हत्या तथा जेल में युवक की मौत के बाद सीएम विष्णुदेव साय ने कलेक्टर जन्मेजय महोबे और एसपी अभिषेक पल्लव को हटा दिया था। नए कलेक्टर आईएएस गोपाल वर्मा ने कल और एसपी राजेश अग्रवाल ने रविवार को ज्वाइन कर लिया है। दोनों ही अफसरों ने ज्वाइन करते ही लोहारीडीह मामले की स्टडी शुरू की है। एसपी राजेश अग्रवाल के लिए नया चार्ज बहुत आसान नहीं होगा, क्योंकि लोहारीडीह मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल उठे थे, जिनका अब तक समाधान नहीं हुआ है। उस इलाके में कानून-व्यवस्था तथा प्रशासनिक दायित्यों का निर्वहन कलेक्टर वर्मा के लिए भी बहुत आसान नहीं रहनेवाला है।
युवा आईएएस गोपाल वर्मा कुछ समय तक राजनांदगांव कलेक्टर रहे हैं, इस लिहाज से उन्हें क्षेत्र का अनुभव है। इसी तरह, एसपी राजेश अग्रवाल भी कई जिलों में एसपी रह चुके हैं और अभी उन्हें बलरामपुर एसपी रहते हुए कवर्धा भेजा गया है। इस वजह से दोनों ही अफसरों के लिए जिम्मेदारी नई नहीं है। कवर्धा के पूर्व एसपी अभिषेक पल्लव सोशल मीडिया में एक्टिव रहते थे, लेकिन राजेश अग्रवाल को बहुत लो-प्रोफाइल रहकर वर्किंग के लिए जाना जाता है। कलेक्टर गोपाल वर्मा भी शांति से काम करनेवाले अफसरों की सूची में हैं। जानकारों के मुताबिक सीएम विष्णुदेव साय ने लो-प्रोफाइल रहकर वर्किंग के कारण ही दोनों को कवर्धा के लिए चुना, क्योंकि सीएम का मानना है कि वहां अभी ऐसे अफसरों की जरूरत है, जो लोगों के सौम्य और संयमित व्यवहार रखें तथा काम के मामले में वर्क टू रूल हैं। जहां तक लोहारीडीह मामले का सवाल है, अभी इसमें कई मोड़ आने बाकी हैं। कवर्धा में कुछ देर बाद साहू समाज की ओर से प्रेस कांफ्रेंस होने वाली है। बताते हैं कि लोहारीडीह केस के सिलसिले में समाज की ओर से कुछ बातें और कुछ मांगे रखी जाएंगी। फिलहाल शासन-प्रशासन की इस पर नजर है, क्योंकि ओबीसी में आबादी के लिहाज से साहू समाज सबसे बड़ा समाज है।