कवर्धा हादसा…कुई गांव में एक साथ जलीं चिताएंः सीएम साय व पूर्व मंत्री अकबर ने जताया शोक

कवर्धा के बाहपानी घाट में पिकअप हादसे में मारे गए 19 लोगों में से 17 का मंगलवार को एक साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। मारे गए अधिकांश लोग संरक्षित बैगा आदिवासी थे। इनमें से 11 तो एक ही परिवार के थे। इन चिताओं को जैसे ही अग्नि दी गई, हाहाकार मच गया। दो शव उनके सुसराल भेजे गए, जहां अंतिम संस्कार होगा।
दुर्घटना बीमा राशि दिलाने के प्रयास होंः मोहम्मद अकबर
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में दिग्गज मंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद अकबर ने कवर्धा के बाहपानी में भीषण हादसे में 19 लोगों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की ओर से मृतकों और घायलों के परिजन को जो सहायता दिलवाई जा रही है, उसके अतिरिक्त सभी को दुर्घटना बीमा राशि दिलवाने की भी जरूरत है। मोहम्मद अकबर ने कहा कि ब्रेक फेल होने से दुर्घटना की बात आई है, पर आजकल के वाहनों में ब्रेक फेल की गुंजाइश कम रहती है। उन्होंने कहा कि मृतकों तथा घायलों के परिजन की सहायता के लिए दुर्घटना बीमा राशि दिलाने की कोशिश भी की जानी चाहिए।
सीएम साय ने फोन पर कहा…पूरा छत्तीसगढ़ आपके साथ
इस बीच, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस हादसे में मारे गए लोगों परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए उनसे फोन पर बातचीत की और उन्हें विश्वास दिलाया कि पूरा छत्तीसगढ़ तथा सरकार आप लोगों के साथ है। जितनी भी संभव मदद होगी, मृतकों के परिजन को दी जाएगी। गौरतलब है, सीएम साय ने सोमवार रात को ही मारे गए लोगों के परिजन को 5-5 लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद की घोषणा कर दी थी, जो प्रशासन की ओर से दी जा रही सहायता के अतिरिक्त होगी।
पिकअप पर सवार थे 36 लोग, ज्यादा स्पीड से हुई बेकाबू
बाहपानी में खाई में गिरी पिकअप छोटे साइज की थी, लेकिन इसमें 36 लोग सवार थे। अधिकांश पंडरिया क्षेत्र के कुई गांव के थे। कुछ सामने केबिन में बैठे थे और तकरीबन 30 लोग बड़े डाले वाली इस पिकअप पर ठूंस-ठूंसकर खड़े किए गए थे। सभी तेंदूपत्ता तोड़कर लौट रहे थे। ऐसी आशंका है कि खराब सड़क वाले इस घाट पर ज्यादा स्पीड के कारण पिकअप अनियंत्रित हुई और सीधे गड्ढे में जा गिरी। इसे कवर्धा जिले में अब तक का सबसे बड़ा हादसा माना जा रहा है, जिसमें मृतक एक ही गांव के थे।