शराब स्कैम में झारखंड के प्रभावशाली अफसर भी लपेटे में… ईओडब्लू में नया केस
छत्तीसगढ़ के शराब स्कैम में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जांच शुरू की थी, तब इसमें झारखंड कनेक्शन की चर्चाएं थीं। अब छत्तीसगढ़ की एजेंसी आर्थिक अपराध अन्वेषण विंग (ईओडब्लू) ने झारखंड के प्रभावशाली अफसर विनय चौबे समेत वहीं के तीन लोगों तथा छत्तीसगढ़ के गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ नया केस रजिस्टर कर लिया है। नए केस के मूल में ये है कि छत्तीसगढ़ में शराब स्कैम के आरोपियों के साथ झारखंड के अफसरों की लगातार बैठकें हुईं, इसके बाद झारखंड में भी वैसा ही शराब स्कैम हुआ, जैसा छत्तीसगढ़ में किया गया है। इस मामले में भी गलत ढंग से पैसे उगाहने तथा भ्रष्टाचार से जुड़ी धाराएं लगाई गई हैं। केस दर्ज करने से पहले बाकायदा विधि विभाग से सलाह भी ली गई है। हालांकि इस मामले को झारखंड में आने वाले चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
ईओडब्लू में दर्ज नई एफआईआर में झारखंड के अफसर विनय चौबे के साथ दो और लोगों गजेंद्र सिंह और करन सत्यार्थी को भी नामजद किया गया है। ये दोनों भी वहां के प्रभावशाली व्यक्ति बताए गए हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के शराब स्कैम में जेल में बंद पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी, अनवर ढेबर और नकली होलोग्राम कंपनी से जुड़े विभु गुप्ता को भी इस नए केस में झारखंड के लोगों के साथ प्रमुख आरोपी बनाया गया है। इस एफआईआर से यहां के शराब स्कैम में जेल भेजे गए आरोपियों की मुसीबत और बढ़ गई है। मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड के विकास नाम के व्यक्ति की शिकायत पर नया केस रजिस्टर हुआ है। जो जानकारी आ रही है, उसके मुताबिक मामला नकली होलोग्राम से ही कनेक्टेड है। झारखंड के अफसरों ने यहां के तत्कालीन अफसरों के साथ कई दौर की बैठकें कीं और समझा कि किस तरह सरकारी दुकान से अवैध शराब नकली होलोग्राम का इस्तेमाल कर बेची जा सकती है। इसके बाद कथित तौर पर यहां का पूरा सिस्टम झारखंड में लागू किया गया। इस तरह, वहां भी शराब स्कैम किया गया। ईओडब्लू की टीम इस नई एफआईआर के बाद इन्वेस्टिगेशन और गिरफ्तारी के सिलसिले में झारखंड भी जाने वाली है।