हैप्पी दिवाली… चित्रा नक्षत्र और प्रीति योग के संयोग से इस बार दिवाली और खास
आप सभी जानते हैं कि दीपावली पर्व देवी लक्ष्मी के स्वागत और श्री गणेश पूजा का महत्वपूर्ण अवसर है। आपको बता दें कि इस बार पर्व और भी खास इसलिए रहनेवाला है क्योंकि कार्तिक अमावस्या पर इस बार चित्रा नक्षण और प्रीत योग का संयोग बना है। ज्तोतिषियों के अनुसार अमावस्या तिथि का प्रारंभ दोपहर 3.52 बजे से हो गया है। शाम 5.36 बजे सूर्यास्त के साथ प्रदोष योग का प्रारंभ भी हो चुका है। इसी प्रदोष काल में माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस बार पूजा का शुभ मुहूर्त आधा घंटे बाद यानी शाम 6.27 बजे से शुरू हो जाएगा, जो रात 8.32 बजे तक रहेगा। वहीं लक्ष्मी पूजा के लिए निशिता काल मुहूर्त रात 11.30 बजे से रात 12.31 बजे तक रहेगा।
आप सभी जानते हैं कि दिवाली पूजा में श्री गणेश और माता लक्ष्मी की नई मूर्तियां स्थापित होती हैं। पूजा में अक्षत, लाल गुलाब, कमलर के फूल, सिंदूर, हल्ती, चंजन, धूप, दीप, मोदक, खीरग और बताथे अर्पित किए जाते हैं। इसके साथ ही, लक्ष्मी और गणेश चावलीसा का पाठ भी विशेष लाभदायक माना गया है।