गैंगस्टर, गर्लफ्रेंड और फायरिंग…झारखंड जेल में छापा, जब्त फोन-सिम का कनेक्शन रायपुर की वारदात और युवती पम्मी से

रायपुर की रिंग रोड-1 पर हुई फायरिंग में पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा गैंगस्टरों को जेल भेज दिया है। इनमें पम्मी नाम की युवती भी भी है, जिसे क्राइम ब्रांच रांची से पकड़कर लाई थी। पम्मी को अमन साहू गिरोह के गैंगस्टर आकाश की गर्लफ्रेंड बताया गया। रायपुर फायरिंग के कुछ आरोपियों को पम्मी ने ही गैंगस्टर आकाश से मिलवाया था। यह खुलासा चल ही रहा है कि शनिवार को झारखंड एटीएस ने सिमडेगा जेल में छापा मारकर स्मार्टफोन और सिम पकड़ लिया, जो आकाश चला रहा था। इसी मोबाइल से वह पम्मी से भी बात करता था। एटीएस ने शनिवार को खुलासा किया कि रायपुर तथा गढ़वा में हुई फायरिंग की वारदातों के दौरान आकाश इसी मोबाइल से शूटरों से संपर्क में था। गैंगस्टर, गर्लफ्रेंड, मोबाइल और फायरिंग के इस नए कनेक्शन का खुलासा होते ही झारखंड एटीएस पम्मी को प्रोडक्शन वारंट पर ले जाने के लिए रायपुर आने वाली है।
झारखंड में अक्सर यह बातें आती रहती हैं कि बड़े गैंगस्टर्स को गर्लफ्रेंड्स या महिला मित्र से काफी मदद मिलती है। रायपुर फायरिंग में पुलिस ने जितने आरोपियों को जेल भेजा है, उनमें से एक-दो ने पूछताछ में बताया था कि अमन साव गैंग के प्रमुख हैंडलर आकाश से पम्मी ने मिलवाया था। तब रायपुर पुलिस पम्मी को रांची से उठा लाई थी। गैंगस्टर को मिलवाने का कनेक्शन ही मिला था, इसलिए रायपुर पुलिस ने पम्मी को इसी केस में जेल भेज दिया। शनिवार को पम्मी का नाम इसलिए उछला, क्योंकि झारखंड एटीएस ने आकाश का मोबाइल-सिम पकड़ा, जिसमें रायपुर और गढ़वा फायरिंग के साथ-साथ पम्मी से भी लगातार बातचीत के सबूत मिले। इस तरह, पम्मी अब तफ्तीश के केंद्र में आ गई है। झारखंड एटीएस ने वहां मीडिया को इनपुट दिया कि मोबाइल मामले में पम्मी से पूछताछ जरूरी है, इसलिए उसे प्रोडक्शन वारंट पर रायपुर से झारखंड ले जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
पेपर में लपेटकर तेल के डिब्बे में छिपाया फोन
पता चला है कि झारखंड एटीएस को एक गैंगस्टर के काल रिकार्ड की जांच में बार-बार एक नंबर से बातचीत का पता चल रहा था, लेकिन उस नंबर के डीटेल्स नहीं थे। काफी दिन की जांच के बाद साफ हुआ कि इस नंबर का लोकेशन सिमडेगा जेल आता है। इसके बाद एटीएस ने जेल के भीतर बारीकी से जांच की। भीतर निर्माणाधीन भवन में हाथी छाप सरसों तेल का छोटा डिब्बा मिला। उसके भीतर 6 जुलाई के अखबार में लपेटकर रखा गया मोबाइल फोन और सिम भी मिल गया। अखबार के एक कोने में आकाश का नाम लिखा था। गैंगस्टर आकाश सिमडेगा जेल में दो साल से है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वही इस्तेमाल करता था, जो झारखंड एटीएस भी हैरान रह गई। रायपुर पुलिस को तुरंत इस फोन के बारे में पता चला। वह भी इसके डीटेल पता लगाने में जुटी है। बताते हैं कि इसी फोन और सिम से रायपुर में हुई वारदात के दौरान गैंगस्टर आकाश दोनों शूटर के संपर्क में था। इसी बीच वह पम्मी से भी बात कर लेता था।