गैंगस्टर अमन साव ने छत्तीसगढ़ की 4 वारदातें कबूलीं… कहा- झारखंड में जो काम करेगा, प्रोटेक्शन मनी देनी होगी… कल बढ़ा सकते हैं रिमांड
झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साव (साहू) ने रायपुर पुलिस की कड़ी पूछताछ में छत्तीसगढ़ में की गई चार वारदातों में संलिप्तता स्वीकार की है। रायपुर एसएसपी संतोष कुमार सिंह, एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी क्राइम संजय सिंह समेत 8 अफसरों की टीम अमन साव से पूछताछ कर रही है। साव ने रायपुर में शंकरनगर में 2023 में हुई फायरिंग, अप्रैल-मई में अग्रसेन चौक के पास फायरिंग की साजिश और पीआरए कंस्ट्रक्शन पर फायरिंग के अलावा 2022 में कोरबा में एक ठेकेदार के दफ्तर में फायरिंग में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। बताते हैं कि पूछताछ के दौरान उसने यह भी कहा कि चारों मामले ऐसे ठेकेदारों के हैं, जो झारखंड में बड़ा काम लेकर पहुंचे हैं और झारखंड में जो भी काम करेगा, उसे प्रोटेक्शन मनी देनी होगी। उसके इस बयान के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने और सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। हालांकि आला पुलिस अफसरों का ये भी कहना है कि गैंगस्टर अपनी पब्लिसिटी के लिए इस तरह की बड़बोली बयानबाजी करते रहते हैं। खैर, रायपुर पुलिस गैंगस्टर अमन साव को कल, शनिवार को कोर्ट में पेश करेगी। पता चला है कि पुलिस उसे पीआरए कंस्ट्रक्शन में फायरिंग के तेलीबांधा थाने में दर्ज मामले में पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की अर्जी लगाएगी।
बताते हैं कि गैंगस्टर अमन साव ने गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई से संबंधों को भी स्वीकार किया है। अमन साव को कड़ी सुरक्षा में रखकर पूछताछ की जा रही है। इंट्रोगेशन ज्यादातर क्राइम ब्रांच में हो रहा है, इसलिए इस दफ्तर को लगभग सील कर दिया गया है और मीडिया को भी आने-जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। क्राइम ब्रांच की लाबी में आटोमेटिक हथियारों से लेस सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। सूत्रों के अनुसार गैंगस्टर अमन साव ने पूछताछ में बताया है कि झारखंड में उसके गैंग में तकरीबन 150 लड़के काम कर रहे हैं, जिन्हें सुपारी में कभी-कभार बाहर भी भेजा जाता है। लेकिन इस गैंग का फोकस झारखंड ही है। संभवतः इसीलिए गैंगस्टर ने पूछताछ में माना है कि झारखंड सीमा के भीतर काम करनेवाले बड़े कारोबारियों को प्रोटेक्शन मनी देनी होगी। चर्चा है कि इस गैंग की लिस्ट में कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के कुछ कारोबारियों के नाम हैं, हालांकि पूछताछ करनेवाले आला अफसरों का कहना है कि ऐसी किसी सूची की जानकारी फिलहाल उन्हें नहीं है। बता दें कि 2023 में अमन साव गैंग के शूटरों ने एक ठेका कंपनी के दफ्तर में गोलियां चलाई थीं। इसी साल कुछ माह पहले एक और कारोबारी पर अग्रसेन चौक के आसपास गोली चलने से ठीक पहले रायपुर पुलिस ने तीन शूटरों को दबोचकर वारदात को टाला था। इसके बाद रायपुर के ही पीआरए कंस्ट्रक्शन पर गोली चली थी। तीनों ही मामलों में अमन साव और लारेंस गैंग के अधिकांश आरोपी शूटरों को पुलिस पुलिस पिछले तीन माह में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। चौथा मामला कोरबा के एक कारोबारी के यहां गोली चलने का है, जिसमें एक कर्मचारी को पैर में गोली लगी थी। बहरहाल, रायपुर पुलिस शनिवार को अमन साव को कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में पेश करेगी। इस दौरान कचहरी में भी सुरक्षा के बड़े इंतजाम किए जा रहे हैं।